उदयपुर. कहते हैं कि मन में दृढ़ इच्छा मजबूत हो तो बड़ी से बड़ी बीमारी को भी हराया जा सकता है. कोरोना संक्रमण जहां लोगों पर कहर बनकर टूटा. इस बीच छोटी सादड़ी के प्रकाश कुमावत को भी कोरोना संक्रमण ने जकड़ लिया. हालत इतनी खराब हुई कि उन्हें आनन-फानन में महाराणा भूपाल चिकित्सालय उदयपुर में भर्ती कराया गया. भर्ती के समय इनके सीटी स्कैन (CT scan) का स्कोर 25 में से 24 था. जानकारी के अनुसार पहले 36 दिन सुपर स्पेशियलिटी आईसीयू में और 16 दिन पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती रखा गया.
इस दौरान उन्हें वेंटिलेटर, बाईपैप, एनआरबीएम और मास्क से ऑक्सीजन दी गई, लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से सांस की गंभीर तकलीफ के कारण उनको कोरोना से काफी संघर्ष करना पड़ा. आखिरकार डॉक्टरों की कड़ी मेहनत और उनके दृढ़ निश्चय से उन्होंने कोरोना को मात दी.
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प्रकाश ने बताया कि छोटी सादड़ी प्रतापगढ़ का रहने वाला हूं. करीब 52 दिन पहले कोरोना संक्रमण की चपेट में आया था. जिसकी वजह से मेरे फेफड़े 90 प्रतिशत तक खराब हो चुके थे. इस बीच मुझे वेंटिलेटर और आईसीयू पर रखा गया. काफी दिनों के संघर्ष के बाद अब मैं ठीक हूं. आज मुझे चिकित्सकों ने डिस्चार्ज कर दिया है. प्रकाश ने कहा कि चिकित्सकों की ओर से दी गई व्यवस्था से वो खुश हैं जिसकी वजह से उनकी जिंदगी बच पाई. इस दौरान उन्होंने चिकित्सकों और अन्य लोगों का दिल से आभार जताया.
डॉक्टर ने बताया कि प्रकाश को 30 अप्रैल को बुखार, खांसी, सांस में तकलीफ होने की वजह से अस्पताल में भर्ती कराया गया था. उस समय उनका सीटी स्कैन स्कोर 24 था, लेकिन आज ये पूर्ण रूप से स्वस्थ हैं. चिकित्सकों और नर्सिंग कर्मियों ने उन्हें माला और मिठाई खिलाकर घर के लिए रवाना किया. इस दौरान आरएनटी मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल लाखन पोसवाल भी मौजूद रहे.