उदयपुर.निकाय चुनाव को लेकर बुधवार को उदयपुर पहुंचे प्रभारी मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने एक निजी रिसोर्ट में पार्षद पद के दावेदारों के इंटरव्यू लिए. मंत्री मेघवाल ने एक-एक कर सभी 70 वार्डों में दावेदारी रख रहे नेताओं से जातिगत समीकरणों सहित जीत की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की.
नगर निकाय चुनाव की तैयारियों को लेकर प्रभारी मंत्री मास्टर भंवरलाल मेघवाल ने ली बैठक सामाजिक न्याय एंव अधिकारिता मंत्री मेघवाल के समक्ष अपनी दावेदारी रखने के लिए बड़ी तादाद में महिला और युवा नेताओं ने अपनी संगठनात्मक योग्यता और जनाधार के आधार पर टिकट देने की मांग की. भंवरलाल मेघवाल ने भी एक-दो दिनो में उदयपुर में सर्वसहमति से टिकट बांटने की बात कहते हुए इस बार कांग्रेस बोर्ड बनाने का दावा किया.
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निकाय चुनाव में हाइब्रिड तरीका अपनाए जाने पर हुए विवाद के सवाल पर मेघवाल ने कहा कि आम लोगों को ही नहीं, बल्कि मंत्रियों को भी इस पूरे मामले पर कंफ्यूजन था, जो बाद में शांति धारीवाल ने क्लियर किया. मेघवाल ने कहा कि जनता द्वारा चुने गए प्रत्याशी को ही महापौर या सभापति बनाया जाएगा, ऐसे में कोई गलतफहमी रखने की जरूरत नहीं है.
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वहीं एक तरफ तो मंत्री ने उदयपुर में कांग्रेस पार्टी में किसी तरह की गुटबाजी इनकार किया. लेकिन उनके दावों के उलट अलग-अलग गुटों के सर्मथकों ने अपने नेता को टिकट देने की मांग को लेकर जोरदार नारेबाजी की. एक बार तो हंगामे तक की नौबत आ गई. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिस ने मामला संभाल लिया. दावेदारों से मुलाकात के दौरान सीडब्ल्यू सदस्य रघुवीर मीणा, पूर्व केंद्रीय मंत्री गिरिजा व्यास, विधायक महेंद्रजीत मालवीया, पीसीसी प्रवक्ता पंकज शर्मा सहित कई नेता भी मौजूद रहे.