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खबर का असर: उदयपुर हॉस्पिटल की बदहाल स्थिति को लेकर कांग्रेसी नेताओं ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन - उदयपुर न्यूज

उदयपुर के महाराणा भूपाल हॅास्पीटल की अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस नेता गौरव प्रताप ने जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा. गौरव प्रताप ने हॅास्पीटल की व्यवस्थाओं को जल्दी ही दुरस्त करने की मांग की है. जिससे नवजात बच्चों की मौत के आंकड़े कम हो सके.

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हॅास्पिटल को दुरूस्त करने की मांग

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Published : Jan 7, 2020, 2:47 PM IST

उदयपुर.जिले के महाराणा भूपाल चिकित्सालय की बदहाल स्थिति को लेकर अब कांग्रेसी नेता भी विरोध पर उतर गए हैं. उदयपुर कांग्रेस के कद्दावर नेता, पार्षद गौरव प्रताप और अन्य कांग्रेस नेताओं ने अस्पताल की बदहाल स्थिति को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही व्यवस्थाओं को जल्दी दुरूस्त नहीं करने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

हॅास्पिटल को दुरूस्त करने की मांग

संभाग के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराणा भूपाल चिकित्सालय की बदहाल स्थिति को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से चलाया. जिससे अब ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. इस मामले को लेकर राजनीतिक दल भी सक्रिय हो गए हैं. उदयपुर कांग्रेस के नेता और पार्षद गौरव प्रताप ने भी इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन की लचर कार्यशैली के खिलाफ जिला प्रशासन को अवगत कराया. साथ ही उन्होंने ज्ञापन सौंपकर बदहाल व्यवस्थाओं को दुरूस्त करने की मांग की है.

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बता दें कि हाल ही में ईटीवी भारत ने महाराणा भूपाल चिकित्सालय में प्रतिदिन हो रही छोटे बच्चों की मौत के आंकड़े को प्रकाशित किया था. जिसके बाद से ही कई राजनीतिक दल इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल का दौरा कर चुके हैं. वहीं अब कांग्रेस पार्टी ने सत्ता में रहने के बावजूद इस मामले में सक्रियता दिखाई है. जिसके बाद कांग्रेस नेता ने जिला कलेक्टर आनंदी को ज्ञापन सौंपा है. पार्षद गौरव प्रताप ने जल्द से जल्द उदयपुर अस्पताल की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की मांग की है. साथ ही नन्हे बच्चों की मौत के आंकड़े को कम करने की भी अपील की है.

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आपको बता दें कि राजस्थान में कोटा के जेके लोन अस्पताल में छोटे बच्चों की मौत का आंकड़ा बढ़ने के बाद प्रदेश के कई जिलों में इस तरह के मामले सामने आए थे. उनमें उदयपुर भी शामिल था. यहां प्रतिदिन 3 से 5 बच्चों की मौतें सामने आई.

जिसके बाद जिला प्रशासन और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल प्रशासन से स्थिति को जानने की कोशिश की. साथ ही बदहाल व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने की भी अपील की है.

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