उदयपुर.जिले में पिछले दिनों से शुरू हुई साप्ताहिक समीक्षा बैठकों के सिलसिले में सोमवार को कलेक्टर चेतन देवड़ा एक्शन मोड में नजर आए. कलेक्टर ने जनजातीय क्षेत्रीय विकास विभाग के छात्रावास में संविदा पर कार्यरत एक सफाई कर्मचारी को आठ माह से वेतन नहीं मिलने पर नाराजगी जताते हुए दोषी हॉस्टल वार्डन के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए.
कलेक्टर ने संविदा पर कार्यरत सफाई कर्मचारी को आठ माह से वेतन नहीं मिलने पर बैठक में उपस्थित टीएडी के अधिकारी से कारण पूछते हुए कहा कि यदि आपका दो माह का वेतन रोक दिया जाए, तो आप क्या करेंगे? इस पर संबंधित अधिकारी ने एक सप्ताह के अंदर सफाई कर्मचारी का बकाया वेतन दिलवाने का भरोसा दिलाया.
आठ माह से सफाई कर्मचारी को नहीं मिला वेतन
जनजाति क्षेत्र विकास के सलूम्बर उपखंड के आश्रम छात्रावास रठौड़ा में संविदा पर कार्यरत एक सफाई कर्मचारी ने राजस्थान संपर्क पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उसे आठ माह से वेतन नहीं मिला है. राजस्थान पोर्टल पर शिकायत दर्ज होने के बाद भी सफाई कर्मचारी को वेतन नहीं मिला. सोमवार को साप्ताहिक समीक्षा बैठक में कलेक्टर के समक्ष यह प्रकरण आया तो उन्होंने टीएडी के अधिकारी से इसका कारण पूछा और संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर हॉस्टल के वार्डन के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए.
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समस्याओं के गुणवत्तापूर्ण समाधान से झलकती है प्रशासन की संवेदनशीलता
कलेक्टर देवड़ा ने कहा कि सरकारी योजनाओं का धरातल पर क्रियान्वयन और आम जनता की समस्याओं का गुणवत्तापूर्वक समाधान करने से प्रशासन की संवेदनशीलता का परिचय मिलता है. कलेक्टर देवड़ा ने पुलिस, परिवहन, खान, जनजाति क्षेत्र विकास सहित विभिन्न विभागीय अधिकारियों से बजट घोषणा की प्रगति, सम्पर्क पोर्टल, सीएम हेल्पलाइन, जनसुनवाई व सतर्कता प्रकरण, लोक सेवा गारन्टी में प्रगति, सुनवाई का अधिकार, पीएमओ सीएमओ व गवर्नर हाउस से जुड़े प्रकरणों के निस्तारण एवं विभागीय गतिविधियों व योजनाओं की प्रगति पर समीक्षा की. बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर (शहर) अशोक कुमार सहित संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
कोरोना का बहाना अब नहीं चलेगा
कलेक्टर देवड़ा ने कहा कि कोरोना की वजह से देश-दुनिया के सभी क्षेत्र प्रभावित हुए हैं, लेकिन जनता की सेवा और राज्य सरकार की लोक कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में लेटलतीफी पर कोरोना का बहाना अब नहीं चलेगा. इसके साथ ही कलेक्टर देवड़ा ने पुलिस, परिवहन, खान विभाग, रीको, उद्योग, प्रदूषण सहित विभिन्न विभागों की प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा की और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए.
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हर नागरिक को है सुनवाई का अधिकार
कलेक्टर देवड़ा ने बैठक में उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों को सुनवाई का अधिकार अधिनियम अपने-अपने विभागों में और प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार ने प्रत्येक नागरिक को सुनवाई का अधिकार प्रदान किया है और इसकी पालना में कोई कसर नहीं रहनी चाहिए. उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे उपखण्ड अथवा ब्लॉक स्तर के अधीन अधिकारियों से नियमित फीडबैक लें और समय-समय पर प्रगति की जानकारी लेकर कार्यों को शीघ्र पूरा करें.
नगर निगम के स्टोर रूम में लगी आग
उदयपुर. नगर निगम में सोमवार को स्टोर रूम शाखा के कक्ष में आग लग गई. सूचना पर अधिकारी भी पहुंचे इस बीच पार्षद और नगर निगम के उपमहापौर भी नगर निगम में मौजूद थे. घटना की जानकारी मिलते ही कर्मचारियों की मदद से आग बुझाई गई. उपमहापौर पारस सिंघवी ने बताया कि नगर निगम के स्टोर में आग लग गई थी. रूम में लकड़ी के सूखे बांस और कुर्सियां रखी थीं. प्राथमिक तौर पर शार्ट सर्किट की जानकारी मिल रही है.
एकाएक लगी आग की वजह से धुएं फैल गया. महिपाल सिंह ने बताया कि नगर निगम में लगी आग की वजह से फायर ब्रिगेड कर्मचारियों को सुचित किया गया है. नगर निगम के फायर ऑफिसर से निगम के मुख्यालय के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम का को लेकर भी प्लान मांगा गया है.
स्कूली बच्चों को सड़क सुरक्षा की दी जानकारी..
राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के तहत सोमवार को राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुखेर में जिला परिवहन अधिकारी डॉ. कल्पना शर्मा ने छठी से बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा के संबंध में यातायात नियमों की जानकारी दी उन्होंने राहगीरों के लिए आवश्यक सड़क चिन्हों की जानकारी दी. बताया कि उन्होंने बिना लाइसेंस के वाहन न चलाने का सुझाव दिया. साथ ही हेलमेट पहनने की उपयोगिता के बारे में भी बताया. आईटी रेलमगरा से सुनीता उपाध्याय ने हेलमेट, सीट बेल्ट की उपयोगिता के बारे में बताया.