उदयपुर. राजस्थान की वल्लभनगर और धरियावद विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है. सोमवार को भाजपा ने प्रदेश की अशोक गहलोत सरकार के खिलाफ आरोप पत्र जारी किया.
पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी, सांसद सीपी जोशी के अलावा भाजपा के अन्य नेताओं ने पत्र जारी किया. पत्र के जरिये अशोक गहलोत सरकार पर 15 आरोप लगाए गए हैं. देवनानी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि प्रदेश में कानून व्यवस्था लगातार बिगड़ रही है. लेकिन गहलोत सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी कुर्सी बचाने में जुटे हैं.
जनता ठगा सा महसूस कर रही..
उन्होंने कहा कि ढाई साल में प्रदेश सरकार के काम से जनता अपने आप को ठगा हुआ महसूस कर रही है. वल्लभनगर में विकास का काम नहीं हुआ है. पिछले ढाई साल में प्रदेश की गहलोत सरकार आपस में ही झगड़ती रही है. मुख्यमंत्री गहलोत 18 महीने तक कोरोना काल में अपने आवास पर ही रहे.
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आरोप पत्र के मुख्य बिंदु
भाजपा के आरोप पत्र में कहा गया है कि कांग्रेस शासन के दौरान राजस्थान अपराधियों का गढ़ बन रहा है. महिलाओं पर अत्याचार दुष्कर्म की घटनाओं ने कानून व्यवस्था की पोल खोल दी है. दलित अत्याचार में राजस्थान अव्वल बनने की ओर अग्रसर है. किसानों के ऋण माफी का झूठा वादा कर कांग्रेस सत्ता में आई, लेकिन किसान का कोई काम नहीं किया. युवाओं को रोजगार देना तो दूर, बेरोजगारी भत्ता तक नहीं दिया.
वल्लभनगर को मेनार-वाना सिंचाई परियोजना का इंतजार..
इसके अलावा वल्लभनगर के किसान आज भी 20 साल पहले कांग्रेस की ओर से की गई घोषणा मेनार-वाना सिंचाई जल परियोजना का इंतजार कर रहे हैं. योजना को धरातल पर लाने के लिए यहां से चुने गए विधायकों ने कभी प्रयास नहीं किया. वल्लभनगर के युवा पिछले 70 साल से सरकारी महाविद्यालय का इंतजार कर रहे हैं.
इनके अलावा भी कई आरोप भाजपा ने कांग्रेस पर लगाए हैं. इस दौरान चित्तौड़ सांसद सीपी जोशी ने भी मीडिया से बातचीत करते हुए प्रदेश की गहलोत सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि राजस्थान की गहलोत सरकार ने जो वादे किए थे उन्हें धरातल पर उतारने में वह असफल रही है.