श्रीगंगानगर. यूं तो लॉकडाउन में सामाजिक और धार्मिक संस्थाएं घरों से बाहर निकलकर गरीबों और जरूरतमंदों के भोजन की व्यवस्था कर रही है, लेकिन कोरोना को हराने और लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए दिन रात ड्यूटी पर तैनात हमारे जाबांज खाकी के सुपर हीरो पर संस्थाओं की नजर कम ही जाती है. इस मुश्किल घड़ी में अगर दो बेटियां कोरोना संक्रमण से बगैर घबराए खुद के बल पर घर से बाहर निकलकर खाकी के लोगों की सेवा में दिन-रात जुटी रहे तो बेटियों का यह कदम समाज के लिए किसी प्रेरणा से कम नहीं है.
श्रीगंगानगर में महिलाएं कर रही पुलिसकर्मियों की सेवा शहर के देव नगर एरिया की रहने वाली पूनम वालिया और किरण सुखिजा कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन में ऐसी ही कुछ सेवा में जुटी हुई है. बता दें कि ये दोनों बेटियां हमारी सुरक्षा में दिन-रात तैनात खाकी के जवानों की सेवा कर रही है.
कोरोना संक्रमण को रोकने के और लॉकडाउन को पूरी तरह से प्रभावी बनाने के लिए पिछले 15 दिनों से खाकी के लोग मुस्तैदी से ड्यूटी में डटे हुए हैं. ऐसे में जब बाजार बंद रहता है और खाने-पीने का कुछ भी सामान नहीं मिलता है तो ये बेटियां पानी से लेकर चाय और बिस्कुट तक ड्यूटी पर तैनात इन खाकी के जवानों को पहुंचा रही है, ताकि हमारी सुरक्षा में किसी प्रकार की सेंध ना लगे.
पढ़ें-श्रीगंगानगरः सादुलशहर स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण करने पहुंचे विधायक जांगिड़
पूनम वालिया बताती है कि वे दोनों सुबह जल्दी उन जवानों तक चाय बिस्किट और पानी पहुंचाती है. जो रात भर ड्यूटी में तैनात रहते हैं. उसके बाद सुबह की पारी में जो जवान घर से बगैर कुछ खाए पिये जल्दी ड्यूटी पर आ जाते हैंस उनके लिए वे सुबह करीब 9 बजे चाय बिस्कुट की सेवा देने के लिए हर नाके पर जाकर जवानों को चाय बिस्कुट उपलब्ध करवाती है. इस प्रकार शहर के जिन स्थानों पर पुलिस जवान ड्यूटी पर तैनात है. वहां ये दोनो बेटियां खाकी के इन सुपर हीरो की सेवाएं कर रही है.