श्रीगंगानगर. जिला कलेक्टर महावीर प्रसार वर्मा की अध्यक्षता में जिला स्तरीय स्टैन्डिंग कमेटी डीएलएससी का गठन किया गया है, जिसकी प्रथम बैठक गुरुवार को जिला कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई. भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय बाॅर्डर की सुरक्षा में सुधार के लिए ये कमेटी गठित की गई है. इस बैठक में भारत-पाक सीमा सुरक्षा से संबंधित समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया.
जिला कलक्टर महावीर प्रसाद वर्मा के साथ बाॅर्डर सिक्योरिटी फोर्स और पुलिस विभाग ने विस्तार से चर्चा की. इस दौरान जिला कलेक्टर ने कहा कि बाॅर्डर के निकट के गांवों में ग्राम रक्षा समितियों का गठन किया जाएगा. जिनमें बाॅर्डर सिक्योरिटी फोर्स व पुलिस विभाग की सहमति से सरपंच, पटवारी, ग्राम रक्षक व बीट कांस्टेबल को शामिल किया जाएगा. ये समितियां इन ग्रामीण इलाकों में सक्रिय रहकर महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
श्रीगंगानगर में डीएलएससी की पहली बैठक आयोजित पढ़ें:विधानसभा उपचुनाव 2021: बीजेपी के प्रत्याशी घोषित...सहाड़ा में रतनलाल, सुजानगढ़ में खेमाराम, राजसमंद में दीप्ति माहेश्वरी प्रत्याशी
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि भारत सरकार के निर्णय के अनुसार ड्रोन्स के लिए लाइसेंस लेना आवश्यक है. शादी-समारोह आदि में भी उपयोग में लाए जाने वाले ड्रोन्स का लाइसेंस होना आवश्यक है. उन्होंने कहा कि 2 किलो से ऊपर के ड्रोन्स का रजिस्ट्रेशन होना आवश्यक है. उन्होंने खनन विभाग को निर्देशित किया कि वो अवैध माईनिंग एवं परिवहन के साथ ही उनकी वजह से सड़कों के क्षतिग्रस्त होने पर पूर्ण निगाह रखें और कार्रवाई तेज करें. उन्होंने परिवहन विभाग को निर्देशित किया कि ओवरलोडिंग करने वाले अवैध माईनिंग ट्रक्स को पकड़ें व उन पर तुरन्त कार्यवाही करें.
जिला कलक्टर ने निर्देशित किया कि बाॅर्डर के आस-पास के क्षेत्रों में स्थित दुकानों, आबकारी विभाग की दुकानों व अन्य महत्वपूर्ण स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाकर निगरानी रखी जाएगी. स्टेट हाईवे, लिंक रोड्स (एनएच-15 व एनएच-62) के पश्चिम में किसी भी विदेशी को जाने की अनुमति नहीं है. इसलिए जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार एनएचएआई व पीडब्ल्यूडी साईन बोर्ड्स लगाएंगी, जिससे ऐसे किसी भी क्षेत्र में कोई भी विदेशी गलती से भी जाने ना पाए.
जिला पुलिस अधीक्षक राजन दुष्यंत ने कहा कि अवैध आवागमन को रोकने के लिए बीएसएफ के साथ पुलिस विभाग संयुक्त नाकाबंदी करता रहता है तथा मेजर पाॅईन्ट्स पर बेरीकेड्स लगाकर भी अवैध आवागमन को रोकने पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय बाॅर्डर पर बाहर के श्रमिकों का वेरीफिकेशन और आईडेंटीफिकेशन कर वेरीफाइड लेबर ही लगाया जाएगा और इस संबंध में सख्ती बरती जाएगी.
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बैठक में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अवैध आवागमन के नियंत्रण, जिला श्रीगंगानगर में श्रीगंगानगर, श्रीकरणपुर, रायसिंहनगर, अनूपगढ़ व घड़साना में अंतर्राष्ट्रीय सीमा के साथ-साथ अक्षीय एवं सामानान्तर सड़कों के निर्माण के लिये भूमि अवाप्ति, अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर आम्र्स व ड्रग्स की तस्करी, अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन गतिविधियों पर नियंत्राण, अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर अवैध खनन एवं परिवहन तथा इनके कारण सड़कों का क्षतिग्रस्त होना और अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर बीएडीपी योजना पर चर्चा की गई.
बैठक में एडीएम प्रशासन भवानी सिंह पंवार, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीआईडी (विशा) दीक्षा कामरा, पीडब्ल्यूडी अधीक्षण अभियंता, एसीईओ जिला परिषद मुकेश बारेठ, डीटीओ विनोद, बाॅर्डर सिक्योरिटी फोर्स से उपमहानिरीक्षक बीएसएफ सैक्टर हैडक्वार्टर, कमान्डेंट 125 बटालियन श्रीगंगानगर, कमान्डेंट 91 बटालियन श्रीकरणपुर, कमान्डेंट 156 बटालियन रायसिंहनगर, कमान्डेंट 104 बटालियन अनूपगढ़, कमान्डेंट 127 बटालियन सतराना के अधिकारी मौजूद रहे.