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श्रीगंगानगर: विकास डब्ल्यूएसपी के कर्मचारी बकाया वेतन को लेकर उतरे सड़कों पर

राजस्थान की सबसे बड़ी ग्वार गम फैक्ट्री कही जाने वाली विकास डब्ल्यूएसपी के मजदूर इन दिनों हड़ताल और धरना प्रदर्शन पर उतरे हुए हैं. इन लोगों का कहना है कि इनका वेतन नहीं दिया जा रहा है. साथ ही इनके कई साल से काटा गया पीएफ भी उनके खातो में जमा नहीं करवाया जा रहा है.

Vikas WSP employees protested
विकास डब्ल्यूएसपी के कर्मचारी बकाया वेतन को लेकर उतरे सड़कों पर

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Published : Jan 5, 2021, 7:05 AM IST

श्रीगंगानगर. राजस्थान की सबसे बड़ी ग्वार गम फैक्ट्री कही जाने वाली विकास डब्ल्यूएसपी के मजदूर इन दिनों हड़ताल और धरना प्रदर्शन पर उतरे हुए हैं. ऐसा इसलिए कि विकास डब्ल्यूएसपी के सीएमडी और उद्योगपति बीडी अग्रवाल की मृत्यु के बाद फैक्ट्री के इन कर्मचारियों को ना केवल उनका वेतन दिया जा रहा है, बल्कि उनका कई साल से काटा गया पीएफ भी उनके खातो में जमा नहीं करवाया जा रहा है. यही कारण है कि उद्योग विहार स्थित विकास डब्ल्यूएसपी लिमिटेड के सैकड़ों मजदूरों ने अपने बकाया वेतन सहित अनेकों मांगों को लेकर कलेक्ट्रेट पर पड़ाव डालने का एलान किया है.

विकास डब्ल्यूएसपी के कर्मचारी बकाया वेतन को लेकर उतरे सड़कों पर

प्रदर्शनकारी मजदूरों ने इससे पहले अपनी मांगों का ज्ञापन जिला प्रशासन को कई बार सौंपा है, लेकिन इनकी मांगों का कोई समाधान नहीं निकला है. आखिरकार मजदूरों ने अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है. प्रदर्शनकारी मजदूर शहर के मुख्य मार्गों से कंपनी और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे. प्रदर्शन के दौरान कानून एवं व्यवस्था शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस उप अधीक्षक इस्माइल खां, कोतवाली पुलिस थाना प्रभारी गजेंद्र जोधा, ट्रैफिक शाखा प्रभारी कुलदीप चारण, पुरानी आबादी पुलिस थाना प्रभारी रंजीत सिंह सेवदा भारी पुलिस जाब्ता के साथ तैनात रहा.

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आंदोलनकारी कर्मचारी 14 मार्च से अपने बकाया वेतन देने, 3 वर्ष से ज्यादा समय का पीएफ जमा करवाने, हटाए गए कर्मचारियों को वापस ड्यूटी पर बहाल करने, कंपनी की ओर से जारी किए गए शेयर कर्मचारियों को आवंटित करने सहित अनेक मांगों को लेकर आंदोलित हैं. आंदोलन कर रहे मजदूर संगठन के पदाधिकारियों की माने तो मजदूरो की मांगों पर ना तो कंपनी की ओर से ध्यान दिया जा रहा है और ना ही जिला प्रशासन कोई सुनवाई कर रहा है. ऐसे में अब इन्होंने अनिश्चितकालीन आंदोलन और धरना प्रदर्शन शुरू किया गया है.

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