श्रीगंगानगर. नगर परिषद गंगानगर शहर के 65 वार्डों की मतगणना मंगलवार सुबह खालसा कॉलेज में शुरू हुई. सुबह शुरू हुई मतगणना के प्रारंभिक परिणामों को देखने से ही लग रहा था कि बोर्ड गठबंधन से ही बनेगा. लेकिन सत्ता पक्ष कांग्रेस सबसे कम सीटों पर रहेगी, ऐसी शायद कांग्रेस नेताओं को भी उम्मीद नहीं थी.
श्रीगंगानगर में अब जोड़तोड़ से ही बनेगा बोर्ड उधर, चुनाव परिणाम आने के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि शहर में गठबंधन की सरकार बनेगी. दोनों ही प्रमुख पार्टियां भाजपा व कांग्रेस बहुमत का आंकड़ा 33 की संख्या भी हासिल नहीं कर पाई. भाजपा सबसे ज्यादा 24 वार्ड जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है. कांग्रेस को निर्दलीयों से भी कम सीटें मिली है. राज्य में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस 19 सीटों पर सिमट गई है तो वहीं निर्दलीयों ने 22 सीटों पर कब्जा किया है. ऐसे में सत्ता की चाबी अब निर्दलीयों के हाथों में रहेगी. यानी निर्दलीय जिसके साथ रहेंगे, वही पार्टी सभापति बनाएगी.
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चौंकाने वाली बात यह रही कि दोनों ही पार्टियों के कई बड़े नेता चुनाव हार गए हैं. इनमें भाजपा से अशोक मिठिया, नरेश मुन्ना, चंद्रकला छापोला, सरोज, सारिका चौधरी, सारिका दाधीच तो वहीं कांग्रेस के बनवारी लाल बिश्नोई, खेतपाल, बलजिंदर सैनी, संपत मील, हीरालाल गोदारा उनकी पुत्रवधू मंजू गोदारा, पूर्व महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष नमिता सेठी, भूपेंद्र हार गई है. वहीं विजय जिंदल की पुत्रवधू रुचिका जिंदल सभापति पद की दावेदार मानी जा रही थी, वह भी चुनाव हार गई है. साथ ही शिव दयाल गुप्ता की पत्नी राकेश रानी गुप्ता भी चुनाव हार गई है.
रोचक बात यह है कि विजय जिंदल व शिव दयाल गुप्ता दोनों ने ही सभापति बनने के लिए बाड़ेबंदी कर रखी थी. शांतिपूर्ण रूप से चुनाव संपन्न होने और परिणाम आने के बाद जिला निर्वाचन अधिकारी शिवप्रसाद मदन नकाते ने चुनाव में सहयोग देने के लिए सभी राजनीतिक पार्टियों व जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया है.