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किसान को खेत में पानी लगाते देख कलेक्टर ने रुकवाया काफिला, फावड़ा उठा खुद उतरे किसानी करने

श्रीगंगानगर जिले के सबसे बड़े अफसर यानि जिला कलेक्टर सोमवार को किसानों की समस्याओं को लेकर दौरा करने निकले थे. कड़ाके की ठंड में उन्होंने जब एक किसान को खेत में पानी देते देखा तो वे उसका दर्द समझने के लिए वे खुद भी खेत में उतर गए और फावड़ा उठा खेत को पानी दिया.

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Published : Jan 13, 2020, 7:49 PM IST

श्रीगंगानगर :किसानों की समस्याएं जानने जिलेभर में दौरे पर निकले जिला कलेक्टर शिव प्रसाद मदन नकाते ने जब कड़ाके की ठंड में किसान को खेत में पानी लगाते देखा तो उनसे रहा ना गया. उन्होंने अपना काफिला रुकवाया और सूट-बूट उतार खुद पानी में उतर गए. एक किसान से उन्होंने फावड़ा लेकर खुद नक्के बांधना शुरु कर दिया. कलेक्टर के ऐसा करते देख आस-पास खड़े किसान और उनके साथ आए कर्मचारी भी हैरान रह गए.

किसानों के बीच पहुंचे कलेक्टर ने बाजू चढ़ा, उठाया फावड़ा, जुट गए किसानी करने

दरअसल, जिला कलेक्टर टिड्डी नियंत्रण कार्रवाई का जायज़ा करने जिले के कई क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं. इसी सिलसिले में वे रविवार के दिन रावला क्षेत्र के एक गांव 2 केएनएम में पहुंचे थे. फसल निरीक्षण के दौरान एक किसान को खेतों में पानी लगाता देख अचानक उनके मन में खुद खेती करने का ख्याल आया. और वे किसान की मदद में जुट गए. उन्होंने कस्सी (फावड़ा) से पानी लगाने के लिए नक्का तोड़ा और कई देर तर इस काम को बखूबी निभाया.

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कलेक्टर को पानी लगाते देख आसपास के खेतों से किसान भी एकत्रित हो गए. इसमें कईयों ने कलेक्टर के साथ सेल्फी भी ली. उनका मानना था कि वे खुद किसान के बेटे हैं और तो खेत देखकर फीलिंग तो आएगी ही. शिव प्रसाद मदन नकाते महाराष्ट्र में सोलापुर जिला मुख्यालय से 70 किलोमीटर गांव माडा के रहने वाले हैं. वे 2010 बैच के आईएएस अधिकारी हैं.

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कलेक्टर का कहना था कि श्रीगंगानगर कृषि प्रधान जिला है. किसानों की समस्याओं को कलेक्टर बनकर सुना जरुर जा सकता है लेकिन एक इंसान के रूप में उसे महसूस करना भी जरूरी है. उनका मानना है कि इलाके में किसानों की समस्याओं के लिए वे सजग रहे हैं. और टिड्डी नियंत्रण दल की प्रक्रिया को जानने के लिए वे जिला मुख्यालय से करीब दो सौ किमी दूर रावला, घड़साना और अनूपगढ़ क्षेत्र के दौरे पर है.

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