श्रीगंगानगर. केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में श्रीगंगानगर में बुधवार को किसान महापंचायत का आयोजन हुआ. इसमें किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल हुए. टिकैत ने कहा कि अगर कृषि कानून लागू हो गए तो किसानों को अपनी जमीनें बेचनी पड़ जाएंगी. सरकार ऐसे-ऐसे कानून लेकर आएगी की किसान के पास जमीन बेचने के अलावा कोई चारा नहीं रहेगा.
किसानों को आंदोलन करना पड़ना
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों को आंदोलन करने पड़ेंगे. भाव सही नहीं मिलने पर किसान अपना अनाज लेकर जिला प्रशासन और कलेक्टरों के दफ्तरों के बाहर जाकर बैठना शुरू नहीं करेगा तब तक उनको फसल का वाजिब दाम नहीं मिलेगा. उत्तर प्रदेश में धान की खरीद नहीं होने पर किसान जिला कलेक्टर के दफ्तर के बाहर 300 ट्रैक्टर ट्राली लेकर बैठ गए थे. उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी जमीन बचानी है तो अनाज को गोदामों में बंद होने से बचाना पड़ेगा. रोटी को तिजोरी में बंद नहीं होने देंगे.
श्रीगंगानगर में किसान महापंचायत बीपीएल कार्ड बंद करने की तैयारी में है सरकार
टिकैत ने कहा कि जिसके पास बीपीएल कार्ड है यह उसका भी आंदोलन है क्योंकि सरकार यह कार्ड भी खत्म करेंगी. सरकार बीपीएल कार्ड खत्म करने से पहले लोगों को झांसा देंगी कि आपके खाते में सीधा पैसा ट्रांसफर किया जाएगा लेकिन बाद में गैस सिलेंडर की सब्सिडी की तरह एक रुपया भी नहीं मिलेगा. पूरे देश का किसान एमएसपी पर खरीद का कानून बाने की मांग को लेकर लड़ रहा है.
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किसान नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार इन कानूनों के जरिए किसानों की जमीन बेच देगी. जैसे ही मंच पर किसान नेता राकेश टिकैत पहुंचे तो उनके साथ सेल्फी लेने की होड़ लग गई. किसान नेताओं ने राकेश टिकैत का शॉल उड़ाकर व माला पहनाकर स्वागत किया. मंच पर राकेश टिकैत के साथ कांग्रेस के नेता भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि वो किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए आए हैं.
किसान नेताओं ने अपील की की वो आन्दोलन को सफल बनाने के लिए लगातार संघर्ष करते रहें. श्रीगंगानगर में पानी की समस्या को लेकर किसान चिंतित हैं. लेकिन मंच से किसान नेताओं ने इसको लेकर कुछ भी नहीं कहा. ना ही कांग्रेस के नेता पंजाब से आने वाले पानी में लगातार हो रही कमी पर कुछ बोले.