श्रीगंगानगर. कोरोना महामारी के चलते सब्जी मंडी का संचालन अप्रैल माह से दो पारियों में होने के कारण किसानों ने अब जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर फिर से समय बदलने की मांग की है. किसानों ने कहा है कि सब्जी मण्डी दो पारियों में होने के कारण उन्हें आर्थिक नुकसान हो रहा है.
किसानों ने कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन वहीं तापमान अधिक होने के चलते किसान अपनी सब्जियां दोपहर में नहीं तोड़ पाते हैं. साथ ही सब्जियों के खराब होने का अंदेशा भी बना रहता है. वर्तमान में देश और प्रदेश की लगभग सभी सब्जी मंडियों का संचालन सुबह के वक्त हो रहा है. सब्जी उत्पादक किसानों का कहना है कि मंडी में दो पारियों में सब्जी की बोली लगने से किसानों का माल भी पूरी तरह से नहीं बिकता है, जिसके चलते किसानों को आर्थिक नुकसान हो रहा है.
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कोविड-19 के चलते सब्जी मण्डी का संचालन जब से दो पारियों में होने लगा है, तब से कई फर्मों द्वारा किसानों की अनुपस्थिति में कॉमन पिंडों के नीचे अवैध कब्जा कर लिया गया है, जहां पर स्थानीय किसान पहले से अपनी सब्जियां रख कर बेचते थे. अब उन्हें वहां पर सब्जियां नहीं खरीदने दी जा रही है.
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सब्जी मण्डी के पिंडों में कब्जा करने वालों में मुख्य रूप से नूरानी फ्रूट कंपनी के अमित कुमार, रमेश कुमार हैं. कंपनी के लोग किसानों के साथ धक्का-मुक्की और जबरदस्ती कर रहे हैं. किसानों की सब्जियां कॉमन पिंडों पर नहीं रखने दी जा रही है. इस संबंध में मंडी प्रशासन को कई बार लिखित में प्रार्थना पत्र दिए जा चुके हैं, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है.