श्रीगंगानगर.कोविड-19 के दौरान बंद पड़े कामों फिर से गति लाने के लिए केंद्र सरकार ने तमाम प्रकार के योजनाओं की घोषणा करके आमजन को राहत देने की बात कही है. लेकिन जब तक बाजार में बंद पड़े काम फिर से शुरू नहीं होगें, तब तक मंदी का दौर छाया रहेगा.
पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख दलजीत सिंह से खास बातचीत बता दें कि बाजार को फिर से गति देने के लिए सभी तरह के उद्योगों का शुरू होना जरुरी है. मगर रुपए के अभाव में उद्योग धंधे बंद पड़े हैं. ऐसे ही बंद पड़े उद्योग धंधों को फिर से पटरी पर लाने और बाजार में रुपए की चाल बनाने के लिए पंजाब नेशनल बैंक अपने उपभोक्ताओं को रुपए देने के लिए तैयार है. मंगलवार को ईटीवी भारत से साथ पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख दलजीत सिंह ने बातचीत की.
पढ़ें-डूंगरपुर: प्रवासियों के लौटने के बाद तेजी से बढ़ा कोरोना पॉजिटिव का ग्राफ, 10 नए मामलों के साथ कुल आंकड़ा 134
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए दलजीत सिंह ने बताया कि मंडल में आने वाले श्रीगंगानगर, बीकानेर, हनुमानगढ़, चूरू और झुंझुनू इन पांचों जिलों में पंजाब नेशनल बैंक अपने नए पुराने उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए तत्परता के साथ आगे आया है. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के दौरान संकट को देखते हुए उपभोक्ताओं के लिए बैंक के रास्ते खुले हुए हैं.
राहत देने का किया जा रहा प्रयास
दलजीत सिंह ने बताया कि बैंक किसानों, पेंशनर्स और उद्योगों को राहत देने का प्रयास कर रहा है. उन्होंने बताया कि इस समय फसल बुवाई को देखते हुए किसान को खाद और बीज की अत्यंत आवश्यकता है. किसानों के फसल का पैसा नहीं मिलने के कारण किसान को भी पैसों की जरूरत है, जिसको पूरा करने के लिए पंजाब नेशनल बैंक अपने उपभोक्ताओं को बैंक से 50 हजार रुपए की सुविधा उपलब्ध करवा रहा है, जिसमें किसी प्रकार की फॉर्मेलिटी की जरूरत नहीं है. मंडल प्रमुख ने बताया कि किसान बैंक में एप्लीकेशन देकर 50 हजार रुपए फसल बुवाई के लिए आराम से ले सकते हैं.
1000 किसानों को दी राहत
कोविड-19 के दौरान पेंशनर्स को राहत देने की बात करते हुए उन्होंने कहा, कि पेंशनर्स 3 लाख रुपए या अधिकतम 3 महीने की पेंशन के बदले हाथों हाथ एडवांस में राशि ले सकता है. बैंक ने अभी तक 56 पेंशनर्स और 1000 किसानों को राहत दी है.
पढ़ें-राजस्थान से मजदूरों को भेजने के लिए किसी भी तरह से बाध्य नहीं किया जा रहा : जोशी
मंडल प्रमुख ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान फैक्ट्रियां बंद होने से मालिकों के पास अपने कर्मचारियों को वेतन देने के लिए रुपए नहीं है. ऐसे में बंद हुए उद्योग धंधों को फिर से पटरी पर लाने के लिए बैंक ने उद्योग के मालिकों को राहत देने के लिए उनकी लिमिट के 10 फीसदी का भुगतान कर रहा है, जिसमें किसी प्रकार की कोई गारंटी या सिक्योरिटी नहीं है.
'PNB आर्थिक मंदी से निपटने के लिए तैयार'
दलजीत सिंह ने बताया कि बैंक अभी तक 27 करोड़ का वितरण कर चुका है, ताकि फैक्ट्रियां चलती रहे और लोगों को रोजगार मिलता रहे. देश के इकोनॉमी की गति फिर से पटरी पर लाने की बात करते हुए मंडल प्रमुख ने कहा, आने वाले समय में सुखद अनुभव होगा. बैंक पूरी तरह से आर्थिक मंदी से निपटने के लिए तैयार है.
पंजाब नेशनल बैंक के मंडल प्रमुख ने कहा कि अगर खाताधारकों का पिछला ट्रैक रिकॉर्ड सही है तो बैंक में कॉल करके इस मंदी की हालत में सहायता देने को बैंक खुद तैयार है. उन्होंने कहा कि बैंक अपने खाताधारकों के लिए उनके साथ हमेशा खड़ा है. उन्होंने कहा कि जिन किसानों का खाता अभी भी ठीक नहीं है, वे ठीक करवा कर फिर से बैंक में आ सकते हैं और बैंक से राहत ले सकते हैं.