श्रीगंगानगर. कोरोना वायरस से हर कोई भयभीत है. इस बार कोरोना के कारण देशभर सहित अन्य देशों में रह रहे भाइयों की कलाई पर राखी नहीं बंधेगी. क्योंकि अधिकतर कोरियर संचालक राखियों को भेजने से मना कर रहे हैं. तो वहीं भारतीय डाक विभाग शर्तों के साथ सेवाएं दे रहे है.
उधर कोरियर सेवा और डाक सेवा के सामने समस्या इस बात की भी है की अगर वे राखी का पैकेट लेते हैं, तो कोरोना के कारण आगे इस पैकेट को लोग रिसीव नहीं कर रहे है, जिससे उनके लिए भी बड़ी दिक्कत है. कोरोना संक्रमण के भय से अधिकतर राखियों के पैकेट वापस आ रहे हैं. वहीं इस बार वाहनों द्वारा राखी भेजने के लिए साधनों की कमी है. अभी डाक विभाग भी मात्र 35 देशों में ही अपनी सेवा दे रहा है.
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डाक अधीक्षक निम्बाराम ने बताया कि करीब 105 देशों में डाक विभाग की सेवा दी जाती है. लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण फिलहाल 35 देशों में ही राखी पहुंचाई जा रही है. डाक विभाग की ओर से अस्थाई व्यवस्था करके ट्रक से अलग-अलग स्टेशनों तक डाक भेजकर देशभर में राखियों के पैकेट भेजने की व्यवस्था की गई हैं.
कोरोना को देखते हुए अभी रेलवे और सड़क के माध्यम से ट्रांसपोटेशन व्यवस्था बंद है, इसलिए डाक विभाग की तरफ से ट्रक के द्वारा डाक जोधपुर से बिकानेर होते हुए गंगानगर पहुंचने की व्यवस्था की गई है और यहां आने के बाद राखी संबधी डाक को पहली प्रथमिकता के साथ वितरण किया जाता है.
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