श्रीगंगानगर. शहर के रविदास नगर में रविवार को दिल दहला देने वाला वाकया सामने आया है. जहाँ एक गर्भवती महिला की गोली लगने से मौत हो गई. मृतका के मायके वालों का आरोप है कि उसके देवर ने ही गोली मारकर हत्या की है. घटना के बाद से ही आरोपी मौके से फरार हो गए. 27 वर्षीय मृतका पल्ल्वी छाबड़ा के मायके वालों का कहना है कि 8 महीने पहले 27 मई 2020 को रविदास नगर के अंशुल छाबड़ा के साथ शादी हुई थी. पल्लवी 5 महीने की गर्भवती भी थी.
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मृतका के पिता हेमराज मिड्ढा ने दहेज के लिए तंग करने का आरोप लगाते हुए ससुराल पक्ष के लोगों पर महिला थाने में मुकदमा दर्ज करवाया है. पुलिस का कहना है कि घटनास्थल पर पहुंचने से पहले ही परिजन विवाहिता को जिला अस्पताल ले जा चुके थे. पुलिस ने घटना के कुछ ही समय बाद सास मीना देवी, छोटे देवर ईशान को राउंडअप कर लिया है. वहीं मृतका का पति अंशुल 2 दिन पहले ही किसी अन्य मामले में गिरफ्तार हो चुका है. मृतका के पिता ने पुलिस को बताया कि बेटी का विवाह अपनी हैसियत के अनुसार किया था. लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद उसके ससुर श्यामसुंदर छाबड़ा का देहांत हो गया. इसके बाद से ससुराल के लोग पल्लवी को अपसकुनी कहते हुए परेशान करने लग गए.
गर्भवती की गोली लगने से संदिग्ध मौत पिता ने कहा कि उसकी बेटी को दहेज के लिए बुरी तरह से पीटा जाता था. पल्लवी के परिवार का कहना है कि उनकी बेटी शादी के बाद से खुश नहीं थी. पिता ने पुलिस को दिये परिवाद में लिखा है कि पल्लवी को मारने के लिए साजिश रची गई थी. पल्लवी के साथ दोनों देवर व देवर का मित्र पारस जुनेजा व अन्य एक दोस्त के साथ घर में ही मौजूद थे. वो उनकी बेटी को प्रताड़ित करने की साजिश रच रहे थे.
परिजनों ने बताया कि शनिवार रात को ससुराल वाले पल्लवी को प्रताड़ित कर रहे थे. उसे बंधक बनाकर रखा गया था. प्रत्यक्षदर्शी शिल्पा का पल्लवी के घर के पास ही मकान है. शिल्पा ने बताया कि शनिवार की रात पल्लवी उसे छत पर मिली थी. उसने सारी बात बताते हुए कहा था कि किसी से कुछ कहना मत. पल्लवी के घर से जब सुबह गोली की आवाज सुनाई दी तो शिल्पा दौड़ कर पहुंची. लेकिन दरवाजा अंदर से बंद था.
जब उसकी पड़ोसन ने जोर-जोर से आवाज लगाई तो उसकी सास ने दरवाजा खोला और कहा कि पल्लवी ने खुद को गोली मार ली. अन्य लोग फर्श पर खून के निशान मिटाने में लगे हुए थे. इसी दौरान बड़ा देवर अनमोल वहां से तेजी से बाहर भाग गया. पल्लवी के सीने पर गोली लगी हुई थी. परिजनों ने पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस को घटना की जानकारी मिल चुकी थी. आरोपी किस वाहन से भागे यह भी जानकारी थी लेकिन नाकाबंदी करवाने में देरी कर दी. पुलिस ने आरोपियों तक पहुंचने का प्रयास नहीं किया.