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कोरोना के कारण 40 फीसदी तक घटी वाहनों की बिक्री, ट्रैक्टर की ओर बढ़ा लोगों का रूझान - corona effects

कोरोना के कहर से आज कोई भी क्षेत्र अछूता नहीं है. ऑटोमोबाइल सेक्टर भी इससे बुरी तरह से प्रभावित हुआ है. इस साल पिछले 6 महीनों में वाहनों की बिक्री करीब 40 फीसदी तक घट गई है. वहीं कोरोना काल में लोगों का खेती की ओर रूझान बढ़ा. ऐसे में इस साल ट्रैक्टरों की अच्छी बिक्री हुई है.

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40 फीसदी घट गई वाहनों की बिक्री

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Published : Oct 26, 2020, 2:26 PM IST

सीकर:कोरोना वायरस की वजह से सबसे ज्यादा असर बाजारों पर पड़ा है. सभी तरह के व्यापारी मंदी की वजह से परेशान हैं. लॉकडाउन हटने के बाद भी बाजारों में रौनक नहीं लौटी है. त्योहारी सीजन में भी कोई ज्यादा असर देखने को नहीं मिल रहा है. वहीं वाहनों की बिक्री पर भी खासा असर नजर आ रहा है.

40 फीसदी घट गई वाहनों की बिक्री

सीकर जिले की बात की जाए तो पिछले 6 महीने में यहां पर वाहनों की बिक्री 40% से ज्यादा घट गई है. परिवहन कार्यालय में नाम मात्र की भीड़ नजर नहीं आती. जहां अन्य वाहनों की बिक्री घटी है. लोगों का कृषि की तरफ रुझान बढ़ा है और कृषि में काम आने वाले ट्रैक्टरों की बिक्री भी बढ़ी है.

क्या कहते हैं आंकड़े

2019 में जिले में अप्रैल से लेकर सितंबर महीने तक 20,107 वाहनों की बिक्री हुई और इनका रजिस्ट्रेशन परिवहन कार्यालय में करवाया गया. जबकि 2020 में अप्रैल से लेकर सितंबर तक महज 12,260 वाहन बिके हैं. ऐसे में यह तय है कि वाहनों की बिक्री पर सबसे ज्यादा असर कोरोना का पड़ा है और अभी भी हालात नहीं सुधरे हैं. सीकर परिवहन कार्यालय की बात करें तो सबसे ज्यादा असर स्कूल के वाहनों और अन्य कमर्शियल वाहनों पर पड़ा है.

क्या कहते हैं आंकड़े

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इस तरह घटी वाहनों की बिक्री

सीकर जिले में पिछले साल 6 महीने में दुपहिया वाहनों की बात की जाए तो 15,909 दुपहिया वाहन बिके थे. लेकिन इस बार महज 9,532 दुपहिया वाहन बिके हैं. जिले में इसी अवधि में पिछले साल 2,135 कारों की बिक्री हुई थी. लेकिन इस बार महज 1,425 कारों की बिक्री हुई है.

क्या कहते हैं आंकड़े

ऑटो रिक्शा की बात की जाए तो 233 ऑटो रिक्शा पिछले साल बेचे गए थे. लेकिन इस बार महज 38 बिके हैं. टैक्सी वाहन पिछले साल 67 बिके थे और इस बार महज 14 की बिक्री हुई है. पिकअप और अन्य ट्रकों की बात की जाए तो पिछले साल 643 की बिक्री हुई थी. लेकिन इस बार 265 ट्रक ही बिके हैं. ई-रिक्शा की बिक्री पर भी काफी असर पड़ा है और पिछले साल जहां 14 ई-रिक्शा बिके थे. वहीं इस बार महज एक ई-रिक्शा की बिक्री हुई है. स्कूल बसों के आंकड़े पर अगर नजर डालें तो पिछले साल 125 बसों की बिक्री हुई थी. वहीं इस बार महज 5 बसें बिकी हैं.

क्या कहते हैं आंकड़े

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कृषि वाहनों की हुई बढ़ोतरी

कोविड की वजह से लोग का दूसरी जगह से पलायन हुआ और वे गांवों में आकर खेती करने लगे. इस वजह से खेती के वाहनों की बिक्री में ज्यादा असर नहीं पड़ा है. इनकी बिक्री पिछले साल के मुकाबले बढ़ी ही है. ट्रैक्टर की बात की जाए तो पिछले साल 6 महीने में जिले में 789 ट्रैक्टर बिके थे और इस बार 917 ट्रैक्टर बिके हैं. ट्रैक्टर के अलावा किसी भी वाहन का रजिस्ट्रेशन नहीं बढ़ा है.

क्या कहते हैं आंकड़े

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