सीकर.कोरोना वायरस की वजह से देश भर में हुए लॉकडाउन के बाद प्रधानमंत्री की ओर से जारी किए गए राहत पैकेज की वजह से 'प्रधानमंत्री आवास योजना' में भी कुछ अहम बदलाव हुए हैं. खुद का घर होने का सपना देख रहे लोगों को इसमें और कई तरह के फायदे होने हैं. साथ ही मध्यम आय वर्ग के लिए इस आवास योजना को 31 मार्च 2021 तक बढ़ाया गया है. सीकर में अब तक 3 हजार 819 लोग इस योजना का फायदा ले चुके हैं. लेकिन अब नए बदलाव की वजह से बहुत से लोगों को फायदा होने की उम्मीद जताई जा रही है.
जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत 6 से 18 लाख रुपए तक के आय वर्ग के लोगों को होम लोन के ब्याज में सब्सिडी दी जाती है. ईडब्ल्यूएस और एलआईसी वर्क के लिए यह योजना पहले से ही साल 2022 तक है. लेकिन मध्यम वर्ग के लिए इसे 31 मार्च 2021 तक बढ़ाया गया है. इससे मध्यमवर्ग को सबसे ज्यादा फायदा होने की उम्मीद है. इस योजना की शुरुआत 22 जून 2015 में हुई थी.
योजना में क्या हुआ बदलाव, क्या होगा फायदा
- प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत ब्याज दर में कटौती.
- जैसे कि अगर किसी व्यक्ति की सालाना आमदनी 18 लाख रुपए है और वह 20 साल के लिए 15 लाख रुपए का हाउसिंग लोन लेता है तो उसे ब्याज में 2 लाख 30 हजार तक की छूट मिलेगी.
- इस योजना को आय वर्ग के आधार पर चार भागों में विभाजित किया गया है.
- आर्थिक रूप से कमजोर यानि कि तीन लाख तक की आय वालों को इस श्रेणी में माना गया है, जिन्हें 6 लाख तक का सब्सिडी आधारित लोन मिल सकता है. साथ ही 2.67 लाख तक ब्याज में सब्सिडी मिलेगी.
- निम्न आय वर्ग को तीन से छह लाख तक की आमदनी वाले श्रेणी में माना गया है. इसमें भी 6 लाख तक का ही लोन दिया जाता है.
- मध्यम आय वर्ग प्रथम में 6 से 12 लाख तक की सालाना आय वाले परिवारों को शामिल किया गया है. इसमें 9 लाख तक का लोन मिल सकता है और ब्याज सब्सिडी 2 लाख 32 हजार मिलेगी.
- मध्यम आय वर्ग द्वितीय में 12 से 18 लाख तक की आय के परिवारों को शामिल किया गया है. इसमें 12 लाख तक का लोन मिल सकता है. इस वर्ग को सब्सिडी 2 लाख 30 हजार तक मिलेगी.
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