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SPECIAL : अबीर गुलाल से महक उठी खाटू नगरी....श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब

फाल्गुन मास की एकादशी का दिन और सीकर की खाटू नगरी में बाबा श्याम का वार्षिक लक्खी मेला...इस दिन देश-विदेश से आने वाले बाबा श्याम के भक्त बाबा की एक झलक पाने के लिए बेताब रहते हैं.

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अबीर गुलाल से महक उठी खाटू नगरी

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Published : Mar 25, 2021, 6:56 PM IST

सीकर. कोरोना जैसी महामारी भी श्याम भक्तों का जज्बा कम नहीं कर पाई और गुरुवार को खाटू में भक्तों का सैलाब उमड़ा. पिछले साल की तुलना में काफी कम श्याम भक्त पहुंचे लेकिन लाखों श्याम भक्तों ने एकादशी पर बाबा के दर्शन किए. नाचते गाते श्रद्धालु खाटू पहुंचे और बाबा को धोक लगाई. देखिये ये रिपोर्ट...

खाटू श्यामजी का लक्खी मेला परवान पर

गुरुवार को एकादशी के मौके पर खाटू नगरी में चारों तरफ बाबा श्याम के जयकारे सुनाई दे रहे थे. एक ही नारा एक ही नाम जय श्री श्याम जय श्री श्याम...बोलो श्याम प्यारे की जय...जय श्री श्याम के जयकारों से आसमान गुंजायमान हो रहा था. देशभर से बड़ी संख्या में श्रद्धालु खाटू पहुंचे और बाबा श्याम के दरबार में हाजिरी लगाई. इस बार ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन से दर्शन की व्यवस्था के चलते 65 हजार से ज्यादा श्रद्धालुओं ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाया था. प्रशासन का मानना है कि एकादशी पर करीब दो लाख श्याम भक्त बाबा के दर्शन करेंगे. सुबह से शाम तक बाबा के दरबार में भक्तों का रेला बना रहा.

द्वादशी को मेले का समापन

नगर भ्रमण पर निकले श्याम

एकादशी के दिन बाबा श्याम भक्तों को दर्शन देने के लिए बाहर निकले और उनकी रथयात्रा भी रवाना की गई. माना जाता है कि इस दिन बाबा श्याम नगर भ्रमण करते हैं. इस दौरान बैंड वादकों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियां दीं. इस बार रात के समय दर्शन पर पाबंदी थी लेकिन एकादशी को देखते हुए 1 दिन पहले पूरी रात मंदिर खुला रहा था. गुरुवार को भी मंदिर खुला रहेगा और 24 घंटे बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करेंगे.

पढ़ें- खाटू के श्याम धणी को प्रिय है सूरजगढ़ का निशान...373 साल से मंदिर शिखर पर चढ़ रहा है सूरजगढ़ का ध्वज, ये है वजह

श्रद्धालुओं की अलग-अलग रंग

बाबा श्याम के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं के अलग-अलग रंग देखने को मिल रहे हैं. कोई निशान लेकर बाबा के दरबार में आता है, तो कोई लड्डू गोपाल को साथ लाता है. कुछ लोग नाचते गाते आते हैं तो कुछ लोग खाटू नगरी तक पेट पलायन भी आते हैं. हालांकि मंदिर में पेट पलायन दर्शन करने पर पाबंदी है. इसलिए इन श्रद्धालुओं को बाहर तक ही इसकी छूट है.

बाबा के दर्शनों के लिए लगी कतारें

शुक्रवार को होगा समापन

बाबा श्याम के वार्षिक लक्खी मेले का समापन शुक्रवार को द्वादशी पर होगा. देश में चल रही किसान आंदोलन के चलते शुक्रवार को चक्का जाम का आह्वान भी किया गया है. ऐसे में माना जा रहा है कि ज्यादातर वक्त रात को ही वापस लौटेंगे अन्यथा वे खाटू में फंस सकते हैं.

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