सीकर. पुलिस महानिरीक्षक एमएन दिनेश ने बुधवार को पुलिस इंस्पेक्टर विक्रम सिंह शेखावत की मौत को पुलिस विभाग के लिए अपूरणीय क्षति बताया है. उन्होंने कहा कि विक्रम सिंह शेखावत का निधन पुलिस विभाग के लिए बड़ी क्षति है. विक्रम सिंह शेखावत ने हमेशा समाज और परिवार की जगह पूरा समय पुलिस विभाग को दिया और उसी के चलते राज्य में बड़े भ्रष्टाचारियों को जेल पहुंचाने में उनकी अहम भूमिका रही है.
पुलिस इंस्पेक्टर विक्रम सिंह शेखावत का अंतिम संस्कार विक्रम सिंह शेखावत एसीबी में सर्विस लांस पर काम करते थे. उन्होंने कई बड़े घोटालों का पर्दाफाश अपनी समझदारी और सूझबूझ से किया था.अनेक आईएएस, आईपीएस और जज जैसे बड़े पदों पर काम कर रहे घूसखोरों से मोबाइल पर बातचीत रिकॉर्ड कर बड़े वरिष्ठ अधिकारियों को बताते थे. उसी आधार पर एसीबी भी ऑपरेशन करती थी और इस तरह भ्रष्टाचारियों को जेल पहुंचाने में उनकी अहम भूमिका रहती थी.
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विक्रम सिंह शेखावत का असाध्य बीमारी के चलते मंगलवार को निधन हो गया था. उनका बुधवार को अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव खुड़ी में किया गया. विक्रम सिंह शेखावत के पिता पुलिस में इंस्पेक्टर थे और वर्ष 1999 में बगड़ थाना अधिकारी के पद पर तैनात थे. उसी दौरान अपराधियों को पकड़ते समय वे वीरगति को प्राप्त हो गए थे.
बता दें कि पिता ने भी पुलिस विभाग में रहते हुए अहम भूमिका निभाई तो वहीं विक्रम सिंह ने भी अपने पिता के पद चिन्हों पर चलते हुए उन्होंने पुलिस विभाग में सराहनीय कार्य किए. विक्रम सिंह का एक ही बेटा सूर्यवर्धन सिंह है जिनकी उम्र मात्र 11 वर्ष है और धर्मपत्नी कृति शेखावत है.
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वहीं, अंतिम संस्कार के समय जिलेभर के धार्मिक सामाजिक और राजनीतिक संगठनों से जुड़े अनेक लोगों ने भाग लिया. इसके साथ ही हजारों लोगों ने विक्रम सिंह अमर रहे के नारे लगाए. विक्रम सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि देने के लिए पुलिस महानिरीक्षक एमएन दिनेश, पुलिस महानिरीक्षक वी के सिंह, पुलिस अधीक्षक गगनदीप सिंगला सहित जिले के अनेक पुलिस अधिकारियों ने अंतिम विदाई दी.