सीकर.जिले के सरकारी जनाना अस्पताल में एक प्रसूता की मौत हो गई. प्रसूता के मौत के बाद परिजनों ने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए अस्पताल में हंगामा कर दिया और कार्रवाई की मांग कने लगे. प्रसूता की मौत होने के कारण गर्भस्त बच्चे की भी मौत हो गई.
जनाना अस्पताल में प्रसूता की मौत मामले को लेकर परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया और शव को लेने से मना कर दिया. हंगामे के कारण अस्पताल प्रशासन ने मौके पर पुलिस बुलाई. पुलिस ने मौके पर आकर परिजनों को काफी समझाया बुझाया. परिजनों की मांग थी कि प्रशासन के अधिकारी आकर उन्हें आश्वासन दे कि जिसने भी लापरवाही की है उसके खिलाफ कार्रवाई होगी. तहसीलदार रजनी और शहर कोतवाल कन्हैया लाल ने परिजनों से समझाइश की.
पढ़ेंः सीकर के नीमकाथाना में झमाझम बारिश...एकतरफ राहत तो दूसरी तरफ आफत, जानें
जिसके बाद प्रसूता के शव को कल्याण अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है. जिसका बुधवार को पोस्टमार्टम करवाया जाएगा. साथ ही शव को कोरोना संदिग्ध मानते हुए उसके सैंपल भी लिए जाएंगे. शहर कोतवाल कन्हैया लाल ने बताया मृतक महिला समस्तीपुर बिहार की रहने वाली है. महिला का नाम परवीन है जिसे प्रसव पीड़ा हुई जिसके बाद बच्चे की धड़कन कम होने का हवाला देकर फतेहपुर के धानुका अस्पताल से सीकर जनाना अस्पताल रैफर किया गया था. महिला के परिजन महिला को सीकर के जनाना अस्पताल में लेकर पहुंचे. महिला को वार्ड में भर्ती कर लिया गया और प्रसव के दौरान महिला की मौत हो गई.
पढ़ेंः सीकरः बाइक चोरी के आरोपी को कोर्ट ने 3 दिन की रिमांड पर भेजा
परिजनों का आरोप है कि स्टाफ की लापरवाही से महिला की मौत हुई है. परिजनों की शिकायत पर महिला के शव को कल्याण अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है जिसका पोस्टमार्टम बुधवार को करवाया जाएगा और मामले की जांच की जाएगी. महिला के पति इशाक ने आरोप लगाया कि मेरी पत्नी की मौत डॉक्टर की लापरवाही से हुई है और दोषी डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की जाए.