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Published : Dec 26, 2019, 10:27 AM IST

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सीकर@ -3 डिग्री, खेतों में जमी बर्फ, झुंझुनू में भी माइनस में तापमान

राजस्थान के शेखावाटी में गर्मियों में जहां तापमान 50 डिग्री को छूने लगता है तो सर्दियों में यह इस स्तर तक पहुंच जाता है, कि पेड़ों पर पहाड़ी क्षेत्रों की तरफ बर्फ जमने लग जाती है. झुंझुनू जिले में भी 1 सप्ताह से माइनस में तापमान चल रहा है. वहीं सीकर में भी सुबह का तापमान माइनस 3 डिग्री दर्ज किया गया है.

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जम गया झुंझुनू और सीकर

झुंझुनू. पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी का असर जिले में भी देखने को मिल रहा है और यहां पर सर्द हवाओं के साथ-साथ रात्रि का तापमान माइनस डिग्री में जा रहा है. यही कारण है, कि रात्रि को पेड़ों पर बर्फ जम रही है तो दूसरी ओर सर्द हवाओं ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त भी कर रखा है. गुरुवार सुबह भी पेड़ों पर जहां बर्फ लटकी हुई दिखाई दी तो दूसरी ओर सर्द हवाओ ने लोगों को घरों में ही रहने को मजबूर कर दिया.

जम गया झुंझुनू और सीकर

नहीं दिखाई दे रहा हाथ से हाथ

सुबह आए घने कोहरे ने भी क्षेत्र को ऐसे आगोश में लिया है, कि सड़क पर चलना दूभर हो रहा है, वहीं विजिबिलिटी भी बेहद कम है. यही कारण है, कि पहले तो वाहन चालक इतने गहरे कोहरे में निकलने से कतरा रहे हैं और मजबूरी में निकलना पड़े तो वह दिन में भी लाइट और डीपर के सहारे अपना सफर कर रहे हैं. स्कूलों का हालांकि शीतकालीन अवकाश शुरू हो चुका है, लेकिन छोटे बच्चों के लिए यह मौसम परेशानी भरा हुआ है.

जम गया सीकर, तापमान माइनस 3 डिग्री

वहीं सीकर में कड़ाके की ठंड ने गुरुवार सुबह जिले के ज्यादातर इलाकों को जमा दिया. ऐसे में जिले के फतेहपुर मौसम केंद्र पर गुरुवार सुबह का तापमान माइनस 3 डिग्री दर्ज किया गया. यह मौजूदा सीजन में अब तक का सबसे कम तापमान है और इस सीजन में पहली बार पारा माइनस में गया है. वहीं मौसम विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन तक लगातार जबरदस्त ठंड पड़ेगी. खेतों में जहां-जहां पानी था, वह पानी वहीं पर जम गया. ऐसे में चारों तरफ बर्फ नजर आई.

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पेड़ पौधों के लिए बनी मुसीबत

माइनस में तापमान जाने की वजह से जमीन पर छोटे पेड़ पौधों के लिए मुसीबत बन गई. इस बर्फ की वजह से यह पौधे जल सकते हैं. इसके अलावा फसलों पर बर्फ जमने से किसानों को भी नुकसान होगा. स्कूलों में शीतकालीन अवकाश की वजह से बच्चों को इस ठंड से राहत मिली हुई है.

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