सीकर.सीकर सहित पूरे शेखावाटी में गैंगवार बड़ी समस्या है. समय-समय पर इन गैंग से जुड़े बदमाश यहां पर वारदातें करते रहे हैं और अवैध हथियारों की सप्लाई होती रही है. पिछले कुछ समय से शांत पड़ा गैंगवार एक बार फिर से सक्रिय हो रहा है और उस वजह से पुलिस की भी टेंशन बढ़ी हुई है.
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पहले भी गैंगवार से जुड़े बदमाश कई बड़ी वारदातें कर चुके हैं. इस वजह से सीकर पुलिस ने भी इन बदमाशों पर शिकंजा कसने के लिए विशेष योजना बनाई है. पिछले कुछ दिनों में सामने आई घटनाओं के बाद तो पुलिस भी अलर्ट है और पुलिस का दावा है कि गैंगवार से जुड़े बदमाशों पर शिकंजा कसने की तैयारी चल रही है. सीकर जिले में भी लंबे समय से कई ऐसे गैंग सक्रिय हैं.
सीकर जिले की बात करें तो 1998 में हुए भेभाराम हत्याकांड के बाद यहां गैंगवार की शुरुआत हुई. उसके बाद गैंगवार से जुड़े बदमाश यहां लगातार वारदातें करते रहे. राजू ठेठ गैंग, आनंदपाल और बलवीर बानूड़ा गैंग इलाके में लंबे समय से सक्रिय रही और उसके बाद उनके गुर्गे लगातार वारदातें करते रहे.
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पिछले कुछ समय से शांत पड़ा गैंगवार अब एक बार फिर से पैर पसारने की फिराक में है. इसकी दो बानगी पिछले कुछ दिनों में देखने को मिल चुकी है. चूरू के राजगढ़ में गैंगवार के चलते हिस्ट्रीशीटर प्रदीप स्वामी की हत्या और उसके बाद सीकर के फतेहपुर में गैंगवार से जुड़े बदमाशों से हथियार बरामद होने के बाद पुलिस अलर्ट पर है.
पुलिस मान रही है कि कुछ समय से गैंगवार से जुड़े बदमाश इलाके में हथियार सप्लाई कर रहे हैं और किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. सीकर के फतेहपुर में तो जिन बदमाशों से हथियार बरामद किए गए हैं, उन्होंने यह कबूल किया है कि वह किसी की हत्या करने की फिराक में ही थे. सीकर के पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप का कहना है कि गैंगवार को लेकर पुलिस अलर्ट है और स्पेशल टीमों को एक बार से जुड़े बदमाशों के पीछे लगाया है.
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यह है मुख्य गैंग और उनसे जुड़े हुए बदमाश
इस गैंग का मुख्य सरगना राजू ठेठ फिलहाल जेल में है, लेकिन गैंग के कई बदमाश बाहर हैं और पिछले दिनों पकड़े भी गए हैं. इस गैंग की दुश्मनी आनंदपाल और बलवीर बानूड़ा की गैंग से है. कई बार दोनों के बदमाश एक दूसरे पर हमला कर चुके हैं. इसके साथ-साथ रंगदारी वसूलने जैसे काम करते हैं.
- आनंदपाल बलबीर बानूड़ा गैंग
गैंग के मुख्य सरगना आनंदपाल का एनकाउंटर हो चुका है और बलबीर बानूड़ा की हत्या की जा चुकी है, लेकिन इस गैंग से जुड़े हुए कई बदमाश फिलहाल सीकर जिले में जेल से बाहर हैं. बलवीर बानूड़ा का बेटा भी इसी गैंग को चला रहा है. इसके साथ-साथ बदमाश लॉरेंस बिश्नोई भी इसी गैंग से जुड़ चुका है. पिछले दिनों चूरू में हुई हत्या के मामले में इसे गैंग का नाम आ रहा है.
इस गैंग का मुख्य सरगना अनिल उर्फ पांड्या काफी दिनों से जेल से बाहर है. कुछ दिनों पहले सीकर के फतेहपुर में जिन बदमाशों से हथियार बरामद हुए थे, उनसे पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि उन्हें हथियार अनिल पांड्या ने उपलब्ध करवाए थे. ये बदमाश किसी की हत्या करने की फिराक में थे.
इस गैंग की सीधा दुश्मनी अनिल पंड्या गैंग से है. इसका मुख्य सरगना अजय रिणवा भी जेल से बाहर है. पुलिस को मिले इनपुट में सामने आया है कि यह गैंग भी वारदात कर सकती है. इस वजह से अब पुलिस गैंगवार से जुड़े बदमाशों की तलाश में जुटी है.