सीकर. केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों कृषि कानूनों के विरोध में जहां पिछले 6 महीने से देशभर के किसान दिल्ली बॉर्डर पर बैठकर आंदोलन कर रहे हैं. वहीं एक बार फिर शेखावाटी अंचल में कृषि कानूनों का विरोध तेज होता जा रहा है. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से इन कृषि कानूनों के विरोध के साथ बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दामों एवं महंगाई के विरोध में पार्टी की ओर से 14 से 21 जून तक जनजागृति अभियान चलाया जा रहा है.
इसके अंतर्गत जिले के विभिन्न गांव-गांव और ढाणी-ढाणी में जाकर पार्टी के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी एवम लोगों से जनसंपर्क कर रहे हैं एवं आंदोलन को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. इस अभियान के अंतर्गत माकपा की ओर से शहर के जाट बाजार से जिला कलेक्ट्रेट तक दोपहिया वाहनों और गैस सिलेंडर को ठेले पर रखकर रैली निकाली गई. इस दौरान केंद्र सरकार खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई. कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन कर कार्यकर्ताओं ने जिला कलेक्टर को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन दिया.
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मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की सीकर इकाई के पदाधिकारी राम रतन बगड़िया ने कहा कि पूरे देश भर में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की ओर से केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि कानूनों के विरोध में एवं बढ़ते पेट्रोल-डीजल के दाम व महंगाई को लेकर प्रदर्शन कर रही है. वर्तमान में भारत सरकार ने पूरे विश्व में पेट्रोल डीजल के नाम पर लूट मचा रखी है और रसोई गैस के दाम भी लगातार बढ़ रहे हैं. गत वर्ष केंद्र सरकार की ओर से पारित तीनों कृषि कानूनों के विरोध में संपूर्ण देश में माकपा प्रदर्शन कर रही है. केंद्र सरकार से मांग की जा रही है कि वह बढ़ते डीजल-पेट्रोल के दामों को कम करे और तीनों कृषि कानूनों को वापस ले. महामारी में जान गंवाने वालों के लिए कोरोना से मृत होने का प्रमाणपत्र जारी किया जाए.