सीकर.जिले में बुधवार को शहर के पिपराली रोड स्थित सूर्य नगर में रहने वाली महिला विजयलक्ष्मी की ओर से अपनी 3 माह की बच्ची सहित की गई खुदकुशी के मामले में गुरुवार को दोनों शवों का श्री कल्याण राजकीय चिकित्सालय की मोर्चरी में पोस्टमार्टम करवाया गया. इस दौरान पीहर पक्ष के लोगों की ओर से हत्या का आरोप लगाया गया है और निष्पक्ष जांच की मांग की गई है.
मृतिका विजयलक्ष्मी के भाई कुलदीप ने बताया कि विवाह के बाद से ही मेरी बहन को दहेज और रुपयों के लिए बार-बार प्रताड़ित किया जा रहा था और मारपीट की जा रही थी और कई बार खाना भी नहीं दिया जाता था और घर से निकाल देना जैसे अत्याचार किए गए. जिसके खिलाफ हमने नांगल थाने में मुकदमा भी दर्ज करवाया था. लगभग 10-11 साल नारनौल कोर्ट में मुकदमा भी चला था और हमने सीकर में भी दांपत्य जीवन में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज करवाया था. जिसके बाद मजिस्ट्रेट के समक्ष दोनों पक्षों का राजीनामा हो गया था, उसके बाद भी ससुराल पक्ष की ओर से मेरी बहन के प्रति वही रवैया अपनाया गया और बर्ताव में किसी भी प्रकार का बदलाव नहीं हुआ.
महिला के आत्महत्या मामले में पीहर पक्ष ने ससुराल पक्ष पर लगाया हत्या का आरोप कुलदीप ने बताया कि पिछले 5-7 महीने से मेरी बहन हमारे यहां रह रही थी और उसके पति की ओर से माफी मांगकर 1 जनवरी को वो उसे वापस अपने साथ ले गया था. ससुराल जाने के बाद उसके साथ वही रवैया अपनाया गया. मेरी बहन ने फोन पर बताया कि मेरी देवरानी की ओर से पूरे घर पर ताले लगा दिए गए हैं और खुद पीहर चली गई और मुझे रसोई घर में बच्ची के साथ रहना पड़ रहा है और मुझे धमकाया जा रहा है कि यदि पीहर पक्ष को बताया तो अच्छा नहीं होगा. जिसके बाद बुधवार को हमारे पास फोन आया कि विजयलक्ष्मी ने अपनी बच्ची के साथ खुदखुशी कर ली है, जबकि यह सरासर गलत है मेरी बहन की उसके ससुराल पक्ष के लोगों की ओर से हत्या की गई है. ऐसे में हमने उद्योग नगर थाने में मेरी बहन के पति अनिल, ससुर शिवपाल, देवर अतुल, सांस ममता और देवरानी और ननद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है.
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मामले की जानकारी देते हुए उद्योग नगर थाने के थानाधिकारी कमल कुमार चौबे ने बताया कि एक महिला और उसकी बच्ची दोनों की ओर से खुदकुशी के मामले में मृतका के पिता ने दहेज के लिए प्रताड़ित करना और हत्या के मामले में 302 का मुकदमा अपनी पुत्री के पति, ससुर, देवर, देवरानी, सास, ननद के खिलाफ दर्ज करवाया है.