सीकर. लॉकडाउन 3.0 के दौरान बाहर से आए लोगों ने सीकर में जिला प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. सीकर जिला अभी तक संक्रमण से बचा हुआ है, लेकिन अब लगातार लोग बाहर से आ रहे हैं. इसलिए प्रशासन ने इनको क्वॉरेंटाइन में रखने के लिए कोर टीमों का गठन किया है.
बाहर से आए लोगों की निगरानी के लिए प्रशासन ने बनाई कोर टीम सीकर के अतिरिक्त जिला कलेक्टर जयप्रकाश नारायण ने बताया कि जिले में अब तक 5000 से ज्यादा लोग दूसरे राज्यों से आ चुके हैं. इसलिए अब इनको होम क्वॉरेंटाइन में रखना बड़ी चुनौती है. इसके लिए जिला प्रशासन ने हर ग्राम पंचायत स्तर पर और ब्लॉक स्तर पर कोर टीमों का गठन किया है. ये कोर टीमें बाहर से आने वाले लोगों पर 14 दिन तक निगरानी रखेंगी. अगर कोई व्यक्ति क्वॉरेंटाइन में नहीं रहता है तो तुरंत प्रशासन को सूचना देंगी.
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प्रशासन का कहना है कि अगर बाहर जाने वाला व्यक्ति कोई नियमों का उल्लंघन करेगा तो उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन को काफी जगह से शिकायत मिल रही है कि लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं. इस वजह से अब प्रशासन है सब जगह निगरानी के लिए टीमों का गठन किया है.
आपसी रंजिश के चलते दो पक्षों में पत्थरबाजी
सीकर के वार्ड-30 में स्थित मुहल्ला कुरैशीयान में सोमवार दोपहर को आपसी रंजिश के चलते दो पक्ष आमने-सामने हो गए. इस दौरान दोनों तरफ से जमकर पत्थरबाजी हुई. पत्थरबाजी के 6 लोग घायल भी हो गए. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत करवाया. पुलिस ने इस मामले में 6 लोगों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि इनके बीच काफी समय से विवाद चल रहा था. लेकिन, सोमवार को एक पक्ष की तरफ से पेड़ टूटकर दूसरे घर में गिरने की बात पर विवाद हुआ और मामला मारपीट तक पहुंच गया.