सीकर.कोरोना संक्रमण काल में हर किसी अपने स्तर पर लोगों की मदद की. लोगों को भोजन, दवाएं आदि से मदद पहुंचाई है, लेकिन आज हम आपको रूबरू कराने जा रहे हैं सीकर के असली योद्धाओं से. जिन्होंने कोरोना मरीजों की सहायता के लिए एक-दो नहीं कई बार अपना प्लाजमा डोनेट किया और गंभीर मरीजों की जान बचाई. जिले के 26 योद्धाओं ने प्लाजमा दान कर कोरोना से जंग में अहम भूमिका निभाई है. उनका कहना है कि आगे भी वे कोरोना मरीजों की सेवा के लिए कार्यरत रहेंगे.
कोरोना के इलाज में जब प्लाज्मा थेरेपी कारगर साबित हुई तो सीकर में डॉ. सुधीर महरिया स्मृति संस्थान और नेहरू युवा केंद्र ने संयुक्त रूप से इस मुहिम को आगे बढ़ाने का काम शुरू किया. संस्थान से जुड़े युवाओं ने उन लोगों की जानकारी जुटाई जो कोरोना वायरस से ठीक हो चुके थे. इसके बाद सीकर में प्लाज्मा जांच के लिए शिविर लगाया और जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके थे उनका एंटीबॉडी टेस्ट करवाया गया. इस शिविर के बाद संस्थान से जुड़े युवाओं ने प्लाज्मा थेरेपी को लेकर प्रचार प्रसार किया और जहां भी जरूरत पड़ी वहां प्लाज्मा डोनेट करने जाने लगे. अब संस्थान से वे लोग भी जुड़ने लगे हैं जिनको इन्हीं युवाओं ने प्लाज्मा डोनेट किया था और वे ठीक हो गए.
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