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शरद पूर्णिमा स्पेशल : 10 हलवाइयों ने 200 क्विंटल दूध से बनाई महाऔषधीय खीर, प्रसाद पाने हरियाणा और दिल्ली से भी नीमकाथाना पहुंचे श्रद्धालु

आमतौर पर शरद पूर्णिमा पर हर घर में खीर बनाई जाती है और उसके बाद रात को खुले आसमान के नीचे धवल चांदनी में रख दिया जाता है. माना जाता है कि इसके बाद वह खीर औषधि का काम करती है. लेकिन आज हम आपको ऐसे गांव लेकर जा रहे हैं जहां महाऔषधीय खीर बनाई गई. जिसके लिए गांव के कई घरों से लोग दूध लेकर पहुंचे और 10 हलवाइयों ने मिलकर 200 क्विंटल दूध से खीर बनाई.

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Published : Oct 14, 2019, 3:31 PM IST

सीकर में शरद पूर्णिमा महोत्सव, Sharad Purnima Festival in Sikar, शरद पूर्णिमा महोत्सव, Sharad Purnima Festival

नीमकाथाना (सीकर). क्षेत्र के टोडा स्थित दाऊ धाम महामंडलेश्वर बलदेवदास महाराज के सान्निध्य में शरद पूर्णिमा महोत्सव धूमधाम से मनाया गया. यहां इस बार यह उत्सव काफी खास रहा. दरअसल, यहां इस बार 200 क्विंटल दूध से महाऔषधीय खीर बनाई गई. इतना ही नहीं इसके लिए बाकायदा 10 हलवाइयों ने खीर बनाने में सहयोग किया.

10 हलवाइयों ने 200 क्विंटल दूध से बनाई महाऔषधीय खीर

रात 12 बजे मंदिर में महाआरती के साथ ठाकुर जी को भोग लगाया गया. जिसके बाद पंगत प्रसादी शुरू हुई. सुबह तक लोग मंदिर में प्रसाद के लिए कतार में लगे हुए थे. रात भर भजन मंडलियों की तरफ से भक्ति गीतों की प्रस्तुति दी गई. हजारों पुरुष और महिला श्रद्धालु रात भर दाऊ धाम पर भक्ति रस में डूबे रहे. इस महाऔषधीय खीर का प्रसाद पाने के लिए आस-पास के क्षेत्रों के अलावा हरियाणा और दिल्ली से भी श्रद्धालु यहां पहुंचे. इस महोत्सव में करीब 2000 श्रद्धालुओं ने खीर का प्रसाद पाया.

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मंदिरों में हुए धार्मिक आयोजन

वहीं इसके अलावा क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों में शरद पूर्णिमा महोत्सव उत्साहपूर्वक मनाया गया. मंदिरों में भक्ति गीतों की सरिता बही तो कहीं भगवान की प्रतिमाओं का धवल वस्त्रों में शृंगार किया गया. साथ ही फूलमालाओं से झांकियां सजाई गई. मंदिरों में श्रद्धालुओं ने खीर का प्रसाद पाया. वहीं मंदिरों में अनेक धार्मिक आयोजन हुए.

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