नागौर. जिले में गर्मी के मौसम में पेयजल की समस्या से निपटने के लिए ढाणियों में भी टैंकरों से भी जलापूर्ति की जाएंगी. गर्मियों में पेयजल आपूर्ति की मॉनिटरिंग के लिए विभाग में किराए पर आगामी 31 मार्च तक के लिए एक अप्रेल से 31 अगस्त तक के लिए अतिरिक्त वाहनों के उपयोग की भी स्वीकृति जारी की गई है. विभाग में स्वीकृत इन वाहनों का उपयोग हैंडपम्प मरम्मत अभियान और समर कंटीजेंसी कार्यों के साथ पेयजल परियोजनाओं तथा जलापूर्ति से सम्बंधित कार्यों की निगरानी के लिए भी की जाएंगी. यानि जहां पेयजल संकट के गंभीर हालात होंगे, वहां कलेक्टर कंटीजेंसी में पेयजल टैंकर, पाइपलाइन और अन्य काम करवा सकेंगे.
पेयजल सप्लाई की मॉनिटरिंग के लिए अतिरिक्त वाहन दिए गए हैं. मानिटरिंग जलदाय विभाग के जिला एवं ब्लाॅक स्तर के अधिकारी ताे करेंगे ही, लेकिन जिला प्रशासन भी अपने स्तर पर मानिटरिंग अलग से करेगा. भीषण गर्मी के चलते मई माह में सबसे ज्यादा वाटर लेवल डाउन हो जाता है. पेयजल को लेकर सबसे ज्यादा हालात भी इसी महीने में बिगड़ते हैं. इसकी तैयारी को लेकर जलदाय विभाग ने जिले में पेयजल की समस्या से ग्रस्त संभावित गांव और ढाणियों को चिन्हित कर टैंकरों से पेयजलापर्ति के लिए अलग से प्लान तैयार कर स्वीकृति के लिए भिजवा दिया है. इस प्लान को जल्द ही स्वीकृति मिल जाएगी. पेयजल व्यवस्था के लिए पैसे की कोई कमी नहीं है. पेयजल संकट से ग्रस्त संभावित गांव और ढाणियों में मार्च माह से जैसे-जैसे समस्या आएगी, वैसे ही पेयजल आपूर्ति शुरू की जाएगी.