नागौर.प्रदेश में नौ जिलों को पेयजल और सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवाने वाली इंदिरा गांधी नहर में आगामी 7 मार्च से नहरबंदी शुरू होनी प्रस्तावित है. इसमें खासबात यह है कि यह नहरबंदी आज तक के इतिहास में सबसे बड़ी नहरबंदी कही जा सकती है. नहरी इलाकों में 84 दिन की नहरबंदी की बात अधिकारियों की ओर से कही जा रही है.
इंदिरा गांधी मुख्य नहर में मरम्मत और लाइनिंग कार्य करने से 7 मार्च से नागौर, बीकानेर, झुंझुनू और जोधपुर सहित अन्य जिलों में 84 दिन का क्लोजर शुरू होगा. वहीं 8 मार्च से नहर में पंजाब और गंगानगर के किसानों को सिंचाई का पानी नहीं मिलेगा. लेकिन नागौर के लिए नोखा दैया के नागौर लिफ्ट परियोजना के लिए दो आरडब्यूआर की 10,110 मिलियन लीटर पानी से नागौर के गांवों और बड़े शहरों को अप्रैल से जून माह के दौरान पीने का पानी मिलेगा. नहरबंदी के निर्धारित समय से आगामी 30 दिन तक नहर से पीने के पानी को भी बंद कर दिया जाएगा. इस दौरान शहर और गांवों को स्टोरेज डेम से एक दिन छोड़कर सप्लाई दी जाएगी.
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