नागौर. जिले में वन्य जीवों के शिकार पर प्रभावी रूप से अंकुश लगाना पुलिस और प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती है. वन्य जीवों में खासकर राज्य पशु चिंकारा और राष्ट्रीय पक्षी मोर के शिकार की लगातार बढ़ रही घटनाओं से पर्यावरण प्रेमियों में भी रोष है. अब इन घटनाओं की रोकथाम के लिए टास्क फोर्स काम करेगी. इसके तहत वन विभाग और पुलिस पर्यावरण प्रेमियों के साथ मिलकर अभियान चलाएगी.
वन्यजीवों के शिकार को रोकने के लिए टास्क फोर्स का गठन एसपी डॉ. विकास पाठक ने बताया कि इस साल जनवरी से अब तक वन्य जीवों के शिकार के सात मामले वन विभाग में दर्ज हुए हैं. ऐसे में वन्य जीवों के शिकार की घटनाओं को रोकने के लिए हर थाने में टास्क फोर्स का गठन किया जा रहा है. खास तौर पर नागौर और डेगाना सर्किल में शिकार की घटनाएं ज्यादा सामने आई हैं. इसलिए इस मुहिम का आगाज भी यहीं से किया जा रहा है.
नागौर में शिकार की घटनाओं में बढ़ोतरी उन्होंने बताया कि थाना स्तर पर बनने वाली इस टास्क फोर्स में सिपाहियों के साथ वन विभाग के कर्मचारी और पर्यावरण प्रेमी शामिल होंगे. यह टास्क फोर्स अपने इलाके में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए काम करेगी. इस दौरान वन्य जीवों के शिकार से जुड़े लोगों को चिह्नित कर उन्हें पाबंद भी किया जाएगा. नागौर और डेगाना वृत्ताधिकारी समय-समय पर इस टास्क फोर्स की कार्यप्रणाली की समीक्षा कर एसपी को रिपोर्ट भी देंगे.
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बता दें कि हर थाना स्तर पर उस क्षेत्र के पर्यावरण प्रेमियों को साथ लेकर इस टास्क फोर्स ने वन्य जीवों के शिकार से जुड़े लोगों को चिह्नित करने का काम भी शुरू कर दिया है. जिले के नागौर, डेगाना और मेड़ता सिटी इलाके में वन्य जीवों की अधिकता है. ऐसे में इन क्षेत्रों में वन्य जीवों के खास तौर पर चिंकारा और मोर के शिकार की घटनाएं लगातार सामने आती रहती हैं.