नागौर. नागौर जिला मुख्यालय के सरकारी विभागों में आपसी तालमेल की कमी के चलते आबकारी विभाग की ओर से नागौर SDM कार्यालय के पास शराब की दूकान की लोकेशन को लेकर उपजा विवाद एसडीएम नागौर अमित चौधरी ने लोहे के बनें केबिन में रखी देशी और अग्रेजी शराब को जब्त की और हुए JCB मशीन से केबिन को तोड़ दिया.
उपखंड अधिकारी के अमित कुमार चौधरी ने शराब के केबिन को हटाया केबिन हटाने के सूचना के बाद आबकारी निरोधक दल भी मानासर पहुंचा. आबकारी विभाग ने नगर परिषद नागौर की रिपोर्ट पर देशी मदिरा कंपोजिट दुकान की आंवटित और परमिट जारी की गई थी, लेकिन उपखण्ड अधिकारी अमित चौधरी का कहना है कि शराब के ठेकेदार ने इस शराब के केबिन को उपखण्ड मजिस्ट्रेट कार्यालय के पास लगा दिया.
सभी सरकारी नियम को ताक पर रखते हुए बिना दुकान की लोकेशन का सत्यापन किए ही आदेश जारी कर दिया लोकेशन आवंटन कर दी गई. क्षेत्रवासियों की शिकायत पर नागौर उपखंड अधिकारी अमित कुमार चौधरी ने कार्रवाई करते हुए उपखंड परिसर के पास रखी हुई शराब की केबिन को हटा दिया है.
वहीं जिला आबकारी अधिकारी मोहन राम पुनिया ने बताया कि नगरीय क्षेत्र की रिपोर्ट आने पर विभाग दारा परमिट जारी किया गया है. ऑनलाइन दस्तावेज भेजे हैं. आबकारी विभाग ने स्पष्ट तौर पर कहा कि उपखंड अधिकारी और प्लांट के मकान के बीच विवाद है इसमें अनुज्ञाधारी और आबकारी विभाग पार्टी नहीं है.
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अनुज्ञाधारी ने कहा केबिन लगाने की पूरी जांच होने के बाद नोटिस देने के बाद केबिन हटाने की कार्रवाई होनी चाहिए. गौरतलब है कि उपखंड कार्यालय की जमीन का अब तक सीमा ज्ञान नहीं है और ना ही पूरी चारदीवारी बनी हुई है इसलिए विवाद होने की बड़ी वजह है.
शराब ठेकेदारों की आपसी वर्चस्व की लड़ाई भी के तौर पर देखी जा रही है. नागौर जिलें मे शराब ठेकेदारो के बढ़ते रुतबे के चलते रोल थाने के पुलिस कांस्टेबल तक पर हमला हो चुका है और गच्छीपुरा इलाके में एक व्यक्ति की जान जा चुकी है.