नागौर.शहर में सोमवार को बाजारों में बड़ी हलचल दिखाई दी. कोई इधर से उधर भाग रहा था तो कोई अपनी दुकानों या प्रतिष्ठानों के शटर डाउन कर खुद ही अंदर बंद हो रहा था. वजह, नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेंद्र कुमार सोनी के निर्देशों पर आज से जिले भर में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान का आगाज हुआ है.
वहीं, अभियान के पहले दिन नागौर तहसीलदार सुभाष चंद, रसद विभाग दिव्या विश्नोई और खाध सुरक्षा अधिकारी राजेश जांगिड़, निरीक्षक सुरेश डूकिया की संयुक टीम जैसे ही शहर में निकली, बाजार में हड़कम्प मच गया. मसाला उद्योग, मिठाई, मावा और दूध जैसे व्यवसायों से सम्बंधित प्रतिष्ठानों के शटर एक के बाद एक डाउन होते दिखाई दिए. टीम ने अपनी कार्रवाई के दौरान नागौर के वाटर वर्कर्स रोड पर छापा मारा और सूचना के आधार पर मावा के सैम्पल लिए.
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टीम के सदस्यों ने एक साथ तीन दुकानों पर छापेमारी की और नियमानुसार सैम्पल लिए गए. टीम सदस्यों के मुताबिक लॉकडाउन के दौरान प्रशासन का ध्यान कोरोना के खिलाफ जंग में रहा. इस दौरान मिलावट करने वालों ने इसका फायदा उठाते हुए सामानों में मिलावट कर सामान बेचते रहे. चाहे वो मावे या मिठाई से जुड़ा हो या मसालों से जुड़े प्रतिष्ठान.
जिला मुख्यालय पर कई जगह मिलावट करके लोगों से स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने की सूचनाएं लगातार मिल रही थी. ऐसे में जिला कलेक्टर डॉ. जीतेन्द्र कुमार सोनी ने जिलेभर में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान शुरू करने की निर्देश दिए हैं और उसी के तहत आज से ये अभियान शुरू किया गया है. त्योहारी सीजन में लोगों को शुद्ध खाध पदार्थ मिले इस मकसद से ये अभियान शुरू किया गया है.