नागौर. खींवसर विधानसभा में उपचुनाव का दंगल लगातार रोचक होता जा रहा है. वहीं दूसरी ओर इस बार भाजपा और आरएलपी के गठबंधन के बाद कार्यकर्ताओं की मायूसी और नाराजगी लगातार सामने आ रही है. इसी के चलते सोमवार को अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष बीजाराम मेघवाल ने भी इस्तीफा दे दिया है.
अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष का इस्तीफा बता दें कि बीजाराम मेघवाल ने भाजपा व आरएलपी के गठबंधन से नाराज होकर भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दिया है. यही नहीं इस्तीफे के बाद कांग्रेस का हाथ थाम लिया है. मीडिया से रूबरू होते हुए बीजाराम मेघवाल ने कहा कि भाजपा में कार्यकर्ताओं की कोई कद्र नहीं है. यही वजह है कि पार्टी आलाकमान कार्यकर्ताओं की भावनाओं के विपरीत फैसला लेते हुए खींवसर में आरएलपी के साथ गठबंधन कर लिया.
उन्होंने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं में इसको लेकर नाराजगी है. बीजाराम मेघवाल ने कहा कि वह लंबे समय से भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता के रूप में कार्य कर रहे थे, लेकिन उसके बावजूद जब कार्यकर्ताओं को पार्टी की जरूरत पड़ी तब पार्टी की तरफ से कार्यकर्ताओं को सिर्फ मायूसी मिली.
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ऐसे में अनुसूचित जाति के लोगों ने अब भाजपा से अपना मुंह मोड़ लिया है. उन्होंने कहा कि जाति के लोगों के कहने के बाद ही उन्होंने कांग्रेस का हाथ थामने का फैसला लिया है. मेघवाल के इस फैसले के बाद खींवसर विधानसभा में उपचुनाव में भाजपा को फिर से बड़ा झटका लगा है.