नागौर. इंदिरा गांधी नहर के पास बने डैम से पानी की मात्रा 13 से बढ़ाकर 18 एमएलडी करने के बाद भी नागौर शहर के कई इलाकों में पेयजल संकट से लोग परेशान हैं. कहीं लाइन चोक है तो कहीं लीकेज के कारण आपूर्ति प्रभावित हो रही है. गर्मी में समस्या और बढ़ गई है. पानी के बिना लोग बेहाल हैं.
नागौर शहर स्थित लोहारपुरा औक मेहमूदपुरा इलाके में लम्बे समय से नगर परिषद की ओर से सप्लाई नहीं होने से लोगों में नाराजगी है. बुधवार को गुस्साए लोगों ने नगर परिषद और कलेक्ट्रेट रोड पर आक्रोशित महिलाओं ने जाम लगा दिया और जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के खिलाफ मटकी फोड़कर विरोध प्रदर्शन किया. लौहारपुरा और मेहम्मूदपुरा इलाके में महिला-पुरुषों ने पेयजल की समस्या के निराकरण की मांग की है. चेतावनी दी कि बार-बार शिकायत के बाद भी इलाके में पानी की समस्या हल नहीं की जा रही है. विरोध-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही SDM अमित चौधरी और नगर परिषद आयुक्त श्रवणराम चौधरी, नागौर वृत्ताधिकारी विनोद कुमार और जलदाय के अधिकारी और अमृत योजना से जुड़े कार्मिक भी मौके पर पहुंचे और लोगों से समझाइश शुरू की.
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आक्रोशित महिलाओं ने पानी की समस्या के निराकरण होने तक जाम नहीं हटाने की चेतावनी दी. महिलाओं का कहना था कि गर्मी के मौसम में वे पानी खरीदकर पीने के लिए मजबूर हो रहे हैं. अंत में अधिकारियों की समझाइश पर लोगों ने जिला प्रशासन को तीन दिन में समस्या हल करने का अल्टीमेटम देकर जाम खोला. आक्रोशित महिलाएं और लोगों ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वे बूंद-बूंद के लिए मोहताज हो गए हैं. जलदाय विभाग एवं नगर परिषद नागौर शिकायतों पर ध्यान नहीं दे रहा है. चेतावनी दी कि तीन दिन में पेयजल की समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो मजबूरन दोबारा कलक्ट्रेट सड़क मार्ग जाम लगाने को मजबूर होना पड़ेगा.