नागौर.जिले के सरकारी स्कूलों में शारीरिक शिक्षकों के कई पद रिक्त के चलते कई साल से खेल प्रतिभा आगे नहीं बढ़ पा रही है. स्कूलों में सुविधाएं भी कम हैं. वहीं, नागौर जिला खेल स्टेडियम के कबड्डी कोच सोहनलाल के तबादले के विरोध में कालड़ी ग्राम पंचायत के ग्रामीण और खिलाड़ी सड़क पर उतर गए हैं.
नागौर में कबड्डी कोच के तबादले का विरोध ग्रामीणों और खिलाड़ियों का कहना है, कि जिला स्तर पर ग्रामीण और शहरी प्रतिभाओं को किसी तरह आगे लाकर राज्य और देश स्तर पर पहचान दिलाने वाले दोनों कबड्डी प्रशिक्षकों का एक साथ दूसरे जिलों में तबादला कर दिया गया. अब जिला स्तर पर कोई भी कबड्डी प्रशिक्षक नहीं होने के चलते कई साल से तैयारी कर रहे सैकड़ों कबड्डी खिलाड़ियों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है .
नागौर जिला खेल स्टेडियम के कोच सोहनलाल के तबादले के विरोध में कालड़ी ग्राम पंचायत के ग्रामीण और खिलाड़ियों ने सोमवार को तबादले को निरस्त कराने की मांग की और नागौर जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन के जरिए बताया, कि जिला खेल स्टेडियम के कोच सोहनलाल की सेवाएं कबड्डी के क्षेत्र में शानदार रही हैं. केवल राजनीतिक कारणों से उनका तबादला किया गया.
पढ़ें:वर्ष 2022 में आयोजित होंगे राज्य खेल, मंत्री बोले- हर साल आयोजन का लक्ष्य, सीएम से करेंगे अनुरोध
विरोध कर रहे खिलाड़ियों ने बताया, कि कोच सोहनलाल की सेवाएं शानदार रही है. खेलो इंडिया गेम में उनके द्वारा प्रशिक्षित खिलाड़ियों ने जिला स्तर की कबड्डी प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन किया था. अब राज्य क्रीडा परिषद के सचिव ने एक आदेश जारी कर जिला स्तर पर कार्यरत कबड्डी प्रशिक्षक सोहनलाल गोदारा का नागौर से करौली तबादला कर दिया है. अब उनके तबादले को निरस्त कराने की मांग को लेकर ग्रामीण और खिलाड़ी भी सड़क पर उतर आए हैं.