नागौर.गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले देश के सबसे बड़े पुरस्कारों में से एक पद्म श्री अवार्ड की घोषणा कर दी गई है. इनमें जिले के पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू का नाम भी शामिल है. हिम्मताराम ने अपना संपूर्ण जीवन पर्यावरण को समर्पित कर दिया है.
रेगिस्तान में हरियाली के लिए संघर्ष करने वाले हैं पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू, जो वर्षों से पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्य कर रहे हैं. भाम्भू को सूखे रेगिस्तान में लाखों पेड़ लगाने का श्रेय जाता है. वह पशु-पक्षियों के संरक्षण के कार्य को बढ़ावा देने के साथ ही सामाजिक बुराइयों की जड़ से समाप्त करने के लिए भी लगातार जुटे रहते हैं.
पद्म श्री अवार्ड से नवाजे जायेंगे पर्यावरण प्रेमी हिम्मताराम भाम्भू, लगा चुके हैं 11 हजार पौधे बालपन से ही पर्यावरण संरक्षण को लेकर जगी ललक
जिले के सुखवासी गांव में 14 फरवरी 1956 को हिम्मताराम भाम्भू का जन्म हुआ था. उन्होंने 1975 में 19 साल की उम्र में अपनी दादी के कहने पर गांव सुखवासी में पीपल का पौधा रोप कर उसकी देखभाल की, तब से ही उनके मन में पर्यावरण संरक्षण और जीव रक्षा का बीज अंकुरित हुआ. उनके हाथ से लगा पीपल का पौधा आज विशाल पेड़ बन चुका है, इसके साथ ही मन में फूटा पर्यावरण संरक्षण का बीज आज फलीभूत हुआ है.
पढ़ें-सरकारी नौकरी छोड़ कृषि को अपना जीवन देने वाले सुंडाराम को पद्म श्री से किया जायेगा सम्मानित
मिल चुके हैं कई सम्मान
हिम्मताराम भाम्भू का पूरा जीवन वन्य जीव रक्षा और पेड़ पौधे लगाने में रहा. उन्होंने पूरे जिले में अभियान चलाकर जिला अस्पताल हो या सरकारी भूमि उन्होंने हमेशा पौधारोपण करके शुरुआत की है. उन्हें जिला स्तर से लेकर प्रदेश लेवल पर कई सम्मान मिल चुके हैं.
11000 पौधे लगा रेगिस्तान में लाये हरियाली
भाम्भू ने अपनी खुद की जमीन पर 6 हेक्टर में अभी तक 11000 पौधे लगाकर हरिमा गांव के दौरों में वन पौधशाला भी तैयार की, जहां हजारों पक्षी का बसेरा है. इसे पर्यावरण प्रशिक्षण केंद्र का नाम दिया गया है.
पढे़ें- पद्म श्री पुरस्कार की घोषणा, प्रदेश के 5 लोगों का नाम भी शामिल
हिम्मताराम भाम्भू को पिछले दिनों राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रपति भवन में बुलाया गया था, जहां 3 फरवरी को राष्ट्रपति भवन में उन्होंने रामनाथ कोविंद से मुलाकात की और पर्यावरण संरक्षण, वन्य जीव रक्षा के विषय पर भविष्य के रूपरेखा उनको बताई.
2030 तक 2 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य
हिम्मताराम भाम्भू ने पद्म श्री अवार्ड की घोषणा के बाद ईटीवी भारत से खास बातचीत में कहा कि अब उनका लक्ष्य 2030 तक 2 लाख पौधे लगाकर उन्हें पेड़ बनाना है. साथ ही देश में प्लास्टिक मुक्त करने के लिए अभियान चलाना है. वहीं इस खबर से जिले भर से लोग हिम्मताराम भाम्भू को बधाई दे रहें हैं. वहीं इस दौरान भाम्भू ने पूरे विश्व में पर्यावरण असंतुलन को लेकर चिंता जाहिर की.