नागौर.जिला मुख्यालय पर बुधवार को ट्रेन से कटकर मौत के दो मामले सामने आने से सनसनी फैल गई. पहले शहर की डीडवाना बाईपास रेलवे फाटक के पास एक व्यक्ति ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. जिसमें मृतक द्वारा आर्थिक तंगी से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात सामने आ रही है.
नागौर जिला मुख्यालय पर ट्रेन से कटकर मौत के दो मामले फिलहाल, कोतवाली थाना पुलिस जांच में जुटी है. मौके पर पहुंचे कोतवाली थाने के हेड कांस्टेबल रामकुंवार ने बताया कि नागौर शहर के कांगरवाड़ा मोहल्ला निवासी कमलकिशोर ने ट्रेन के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली. मृतक के शव को राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया और परिजनों और उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई.
पढ़ेंःबोर्ड परीक्षा में दिव्यांग परीक्षार्थियों को मिलेगा उच्च योग्यता का राइटर, प्रधानाचार्यों को बनाया केंद्राधीक्षक
मृतक द्वारा आत्महत्या करने के पीछे आर्थिक तंगी को कारण बताया जा रहा है. इसके साथ ही लेनदारों से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात भी सामने आ रही है. मृतक कमलकिशोर के नागौर के दिल्ली दरवाजा इलाके में बैट्री की दुकान थी, जिसे कुछ समय पहले उसने खाली कर दिया था. इसके चलते फिलहाल उसके पास आजीविका का कोई स्रोत भी नहीं था.
मृतक की जेब में से कुछ कागज भी मिले हैं, जिनकी पुलिस जांच कर रही है. वहीं पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाकर परिजनों को सूचित किया. जिसके बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया. इधर, दोपहर बाद मानसर चौराहे के पास रेल की पटरियों के किनारे एक युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई.
पढ़ें-युवाओं में बढ़ती नशे की लत को लेकर हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेकर दायर की जनहित याचिका
मौके पर इकट्ठा हुए लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी और शव को राजकीय जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंचाया. काफी देर तक युवक की शिनाख्त नहीं हो पाई फिर सोशल मीडिया पर मिली सूचना के आधार पर उसकी शिनाख्त अठियासन गांव निवासी शेखर मेघवाल के रूप में हुई है. फिलहाल उसका शव राजकीय अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया गया है.