नागौर. नर्सिंग छात्र संगठन की जिला इकाई की ओर से पशु प्रदर्शनी स्थल पर तीन दिवसीय धरना शुरू करने के बाद छात्र-छात्राओं ने शहर भर में विरोध रैली निकाली. रैली के बाद प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर दिनेश कुमार यादव को ज्ञापन सौंपा.
नर्सेज छात्र -छात्रों का धरना एवं विरोध प्रदर्शन ज्ञापन के जरिए नर्सिंग छात्रों ने बताया कि 10 साल पहले जो भर्तियां निकाली गई थी, उसका फायदा नर्सिंग कर रहे छात्र-छात्राओं को नहीं मिला. जिससे बेरोजगार नर्सिंग की वर्तमान संख्या अमरबेल की तरह बढ़ती जा रही है. प्रदर्शनकारियों ने अब लिखित परीक्षा आयोजित करने की मांग की है.
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नर्सिंग छात्र छात्राओं ने दिए गए ज्ञापन में राजस्थान कम्युनिटी हेल्थ ऑफिसर पर भर्तियों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. साथ ही निजी अस्पताल में नर्सिंग करने छात्र छात्राओं को वर्तमान वेतन बढ़ोतरी की भी मांग की गई है.
साथ ही एम्स में रेशों को लिंग अनुपात को खत्म करने की मांग की गई है. एम्स ने इस पद के लिए 80 प्रतिशत सीटें 20 प्रतिशत के लिए आरक्षित की गई थी. नर्सिंग छात्रों का कहना है कि वर्तमान में संविधान में महिला और पुरुष के लिए जितनी सीटें नियमों के तहत आरक्षित की गई है उसकी पालना होनी चाहिए.