नागौर. स्किल डेवलपमेंट के नाम पर गड़बड़ी का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ की एक सोसाइटी में काम करने वाले 20 कर्मचारियों का छह महीने का वेतन नहीं दिया गया. अब सोसाइटी बंद कर दी गई है. वहीं, यहां प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके बेरोजगारों के साथ भी धोखा करने के आरोप लग रहे हैं.
नागौर में स्किल डवलपमेंट के नाम पर गड़बड़ी, कर्मचारियों को छह माह से वेतन नहीं और बेरोजगारों से भी धोखा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी स्किल डेवलपमेंट योजना के नाम पर गड़बड़ी का मामला नागौर में सामने आया है. छत्तीसगढ़ के रायपुर की दिशा एजुकेशन सोसाइटी की ब्रांच के संयोजक पर आरोप है कि सोसाइटी के 20 कर्मचारियों का वेतन नहीं दिया गया. अब ऑफिस बंद कर दिया गया है. आरोप यह भी है कि यहां प्रशिक्षण लेने वाले 700 बेरोजगारों में से अधिकांश को ना तो नौकरी दिलवाई गई और ना ही उन्हें प्रमाण पत्र दिए.
जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ में रायपुर की दिशा एजुकेशन सोसाइटी की ब्रांच नागौर में विजय वल्लभ चौक के पास खोली गई थी. यहां का को-कॉर्डिनेटर सुरेश भाकर है. सोसाइटी के 20 कर्मचारियों को छह महीने से वेतन नहीं मिला और जून में सोसाइटी के नागौर स्थित ऑफिस बंद कर दिया गया.
कर्मचारी रामनिवास बिश्नोई का आरोप है कि यहां से प्रशिक्षण लेने वाले 700 बेरोजगारों में से अधिकांश को प्रमाण पत्र नहीं दिया गया. ना ही उनकी परीक्षा करवाई गई. प्रशिक्षण के बाद बेरोजगारों को नौकरी दिलवाने की बात कही जा रही थी. अधिकांश को नौकरी भी नहीं दिलवाई गई है. सोसाइटी के कर्मचारी राजेश माथुर, रामनिवास, बजरंग और भारमल ने सोमवार को सहायक श्रम आयुक्त को ज्ञापन देकर उनका वेतन दिलवाने की मांग की है.