नागौर. आरएलपी संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने 8 दिसंबर को किसान संगठनों के भारत बंद के आह्वान का समर्थन किया है. पंचायती राज चुनाव 2020 के परिणाम से ठीक पहले नागौर में आरएलपी के प्रत्याशियों की बैठक आयोजित हुई. बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी किसान कानूनों के विरोध में है और केंद्र से कानून वापस लेने की मांग कर रही है.
किसानों के 'भारत बंद' को RLP का समर्थन नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने रविवार को आरएलपी प्रत्याशियों की एक बैठक ली. बैठक में उन्होंने आरएलपी के प्रत्याशियों से चुनाव को लेकर फीडबैक लिया. साथ ही पार्टी की आगामी रणनीति को लेकर मुख्य रूप से चर्चा की गई. बेनीवाल ने कहा कि पंचायती राज चुनाव में आरएलपी पार्टी तीसरे मोर्चे के रूप में राजस्थान में चुनाव लड़ रही है.
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बेनीवाल ने कहा कि पंचायती राज चुनाव में जिला परिषद सदस्य और मंडल सदस्य में आरएलपी पार्टी के प्रत्याशी बहुमत के साथ अपनी जीत दर्ज करेंगे. उन्होंने दावा किया कि पार्टी नागौर जिले में कई जगह मजबूत स्थिति में है और कई जगह आरएलपी पार्टी के प्रधान भी बनेंगे. उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी पार्टी के प्रत्याशियों पर पूरा भरोसा है, इसीलिए बाड़ेबंदी नहीं की जा रही है. लेकिन कांग्रेस और भाजपा दोनों आरएलपी पार्टी से डरी हुई है. यही वजह है कि दोनों अपने-अपने प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी करने में लगी हुई है.
आरएलपी प्रत्याशियों की बैठक
'8 दिसंबर के बाद फैसला करेंगे'
सांसद बेनीवाल ने कहा कि उनकी पार्टी का एनडीए के साथ जो गठबंधन है, उसको लेकर भी आने वाले दिनों में पार्टी के द्वारा आपातकालीन बैठक बुलाकर निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने किसान संगठनों के द्वारा 8 दिसंबर को भारत बंद का समर्थन करते हुए कहा कि आरएलपी पार्टी भारत बंद का समर्थन करती है. उन्होंने अपनी पार्टी के समर्थकों से भारत बंद को सफल बनाने का आह्वान किया है.
बेनीवाल ने कहा कि आरएलपी पार्टी किसानों की हितैषी पार्टी है. उन्होंने कहा कि देश में कभी भी किसानों पर कोई भी कानून थोपा जाएगा तो आरएलपी पार्टी उसका पुरजोर रूप से विरोध करेगी.