नागौर. एक दिन पहले ही केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को चिट्ठी लिखकर कहा है कि प्रवासी मजदूर जहां हैं, उन्हें वहीं रोकने के इंतजाम किए जाए. लेकिन सरकारों के तमाम दावों के बीच प्रवासी मजदूरों का पलायन जारी है. पंजाब में अपना गांव-शहर छोड़कर रोजी रोटी कमाने गए मध्यप्रदेश के कुछ मजदूर अब साइकिल से वापस लौट रहे हैं.
ये मजदूर करीब 700 किमी का सफर साइकिल से तय करने के बाद नागौर जिले से गुजरने वाले किशनगढ़-रतनगढ़ मेगा हाईवे पर पहुंचे. बातचीत में इन मजदूरों ने बताया कि वे पंजाब के मोगा जिले के रहने वाले हैं और मध्यप्रदेश में हार्वेस्टर चलाने का काम करते थे. लॉकडाउन के कारण वहीं फंस गए. डेढ़ महीने से ज्यादा समय तक इंतजार करने के बाद भी ना तो लॉकडाउन खुला और ना ही काम मिला.
मध्यप्रदेश से पंजाब साइकिल से लौट रहे प्रवासी मजदूर ऐसे हालात में उनके पास अपने गांव लौटने के अलावा दूसरा कोई रास्ता नहीं बचा. बस-ट्रेन से जाने के लिए उन्होंने मध्यप्रदेश सरकार और अधिकारियों से गुहार भी लगाई. लेकिन अनुमति नहीं मिली. ऐसे में ये लोग साइकिल पर ही अपने घर के लिए निकल पड़े.
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मध्यप्रदेश से ये मजदूर करीब 700 किमी का सफर तय कर यहां तक पहुंचे हैं. लेकिन 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान और मौसम में लगातार बदलाव के बीच आंधी और बारिश के चलते इनका आगे का सफर आसान नहीं है. फिर भी ये मजदूर हिम्मत नहीं हार रहे. जिनका कहना है कि जब इतना रास्ता तय कर लिया तो आगे का सफर भी कट जाएगा और जल्द ही ये अपने घर पहुंच जाएंगे.