नागौर. जिले के मकराना में अवैध खनन के मामले में भाजपा की ओर से खनन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप लगाया जा रहा है. भाजपा से मकराना के विधायक रूपाराम मुरावतिया और परिवादी एडवोकेट वैभव कुमार ने इस मामले में जिला कलेक्टर को ज्ञापन दिया है. वहीं इस पूरे मामले में त्वरित रूप से कार्रवाई करने की मांग की गई है.
खनन माफियाओं को राजनीतिक संरक्षण देने का आरोप विधायक मुरावतिया ने आरोप लगाया कि, कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के द्वारा खनन माफियाओं को सत्ता में होने का नाजायज फायदा देते हुए संरक्षण दिया जा रहा है. यही वजह है कि, मकराना में अवैध खनन माफियाओं के हौसले बुलंद है और लगातार जोरों शोरों से अवैध खनन का काम जारी है. उन्होंने बताया कि, इसको लेकर पहले भी जिला कलेक्टर से शिकायत की जा चुकी है. इस पूरे मामले में जांच में मकराना के खनन अधिकारी दोषी पाई जाने के बावजूद भी अब तो उन पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है.
मुरावतिया ने पूर्व विधायक गैसावत की शह पर मकराना खनिज अभियंता प्रवीण कुमार खाटकी पर अवैध खनन को बढ़ावा देने और मकराना एसडीएम कार्यालय को कई खानों की शिकायत होने के बावजूद उन्हे खनन को समय पर बंद नहीं करने के आरोप लगाए है. साथ ही मकराना में खनन विभाग, मनरेगा, पंचायत समिति और एसडीएम कार्यालय को भृष्टाचार का अड्डा बताते हुए पूर्व मकराना विधायक ज़ाकिर गैसावत पर जमकर आरोप लगाए है.
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वहीं मौके पर मौजूद एडवोकेट वैभव कुमार ने भी बताया कि,मकराना में उनके मकान के पास में ही अवैध खनन किया जा रहा है. अवैध खनन के चलते उनके मकान को नुकसान होने की संभावना है. इसके साथ ही उन्हें भी जान व माल का खतरा है. इसकी शिकायत करने पर खनन माफियाओं के द्वारा उनके मकान को विस्फोट कर उड़ा धमकी दी जा रही है. जबकि इस पूरे मामले में पूर्व में भी जिला कलेक्टर के निर्देश पर एसडीएम के द्वारा जांच की गई है. जांच में स्थानीय खनन अधिकारियों के द्वारा जानबूझकर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने की बात सामने आई थी. लेकिन उसके बावजूद भी खनन माफिया बेखौफ होकर खनन कर रहे हैं.