मकराना (नागौर).देश में भी लॉकडाउन चल रहा है. 14 अप्रैल को सुबह 10 बजे प्रधानमंत्री क्या घोषणा करते हैं और लॉकडाउन आगे बढ़ाते हैं या नहीं यह देखने की बात होगी. लेकिन इससे पहले सरकारी योजनाओं के पैसे बैंक से निकालने के लिए गांव में लंबी-लंबी कतारें लगी हुई दिखाई दे रही है. मकराना जैसे बड़े कस्बे की बात करें तो यहां एसबीआई के तीन काउंटरों से पैसे निकलवाने के लिए 100 मीटर से ज्यादा लंबी कतारें लग गई है.
ऐसे कैसे बचेंगे कोरोना से खास बात यह है कि इन कतारों में ज्यादातर महिलाएं ही शामिल हैं. हालांकि बैंक के बाहर इस भीड़ को देखते हुए सफेद रंग से गोले भी बनाए गए हैं. जिनमें खड़े होकर यह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें. लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा आ गई है इन बैंकों में कि इसके चलते सारे नियम कायदे धरे के धरे रह गए हैं.
हालांकि स्काउट गाइड के छात्र सरकार के लॉकडाउन को मनवाने का पूरा प्रयास कर रहे हैं. लेकिन क्योंकि कतारें इतनी लंबी है कि ऐसे में सोशल डिस्टेंसिंग के नियम पूरी तरीके से फॉलो नहीं करवाए जा सकते हैं.
बैंकों के बाहर लग रही लंबी-लंबी लाइनें यह भी पढे़ं-SPECIAL: 100 साल पहले भी भरतपुर में आई थी एक महामारी, लोग डर से घरों में हो गए थे कैद
दरअसल, यह वह भीड़ है, जो केंद्र सरकार के द्वारा जारी किए गए 500 रुपये अपने जनधन अकाउंट से निकलवाने के लिए आई है. इसके साथ ही इस भीड़ में कुछ वह भी लोग शामिल हैं, जो राजस्थान सरकार की विभिन्न योजनाओं के तहत जारी रुपए निकलवाने आए हैं. ऐसे में यह बात साफ है कि जिस तरीके से सरकारें लोगों को किसी तरीके की दिक्कत लॉकडाउन के दौरान ना हो. इसके लिए उनके अकाउंट में सीधे पैसे जमा करवा रही है. लेकिन जिस तरीके यह महिलाएं अचानक इतनी बड़ी तादाद बैंक से पैसे निकलवाने पहुंच गई हैं. उससे लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन सीधे तौर पर होता दिखाई दे रहा है.
यह हालात तो मकराना जैसे बड़े कस्बे के हैं. ऐसे में पैसे निकलवाने के लिए बैंकों के बाहर इसी तरीके से कतारें लगी हुई है. हालांकि इतनी बड़ी कतारें कहीं-कहीं ही दिखाई देती है. लेकिन कस्बे में अगर इतनी बड़ी तादाद में महिलाएं बैंकों के बाहर खड़ी हैं, तो भले ही वह चाहे सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का प्रयास कर रही हो और चाहे वह अपने मुंह को मास्क या कपड़े से ढकी हुई हो. लेकिन फिर भी इससे कोरोनावायरस के संक्रमण का डर बना रहता है.