नागौर. जिले के ताऊसर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के पुखराज गर्ग और इंदिरा बावरी के साथ हुए 35 दिन पहले नागौर उपखंड अधिकारी दीपांशु सांगवान के खिलाफ शनिवार को नागौर के कोतवाली थाने में मामला दर्ज कर लिया गया है. बता दें कि इस मामले को लेकर पुलिस कुछ भी बोलने से बच रही है.
जानकारी के अनुसार यह मामला 25 अगस्त को नागौर के ताऊसर ग्राम पंचायत की गोचर भूमि पर बसे बंजारा बस्ती को हटाने के दौरान हुआ था. वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के विधायक पुखराज गर्ग और इंदिरा बावरी उस दौरान वहां मौजूद थे. वहीं, अतिक्रमण हटाने के दौरान एसडीएम ने वहां मौजूद दोनों विधायकों को जातिसूचक शब्द कहा, साथ ही एसडीएम पर यह भी आरोप है कि उसने पुलिस को इशारा करके वहां उपस्थित लोगों के उपर लाठीचार्ज करने को कहा. जिसके कारण नागौर जिले के एसडीएम के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.
वहीं, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि विधानसभा उपचुनाव के कारण सरकार ने अपने एससी-एसटी वोट बैंक को देखते हुए एफआईआर दर्ज की है. बेनीवाल ने कहा कि वह एसडीएम दीपांशु सागवान की गिरफ्तारी को लेकर धरने प्रदर्शन भी करेंगे. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के दोनों विधायकों के साथ दुर्व्यवहार करने वाले एसडीएम को सलाखों के पीछे डालने के लिए वह लड़ाई लड़ेंगे.
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गौरतलब है कि ताऊसर के बंजारा समाज ने गोचर भूमि पर से अतिक्रमण को हटाने को हाईकोर्ट जोधपुर के आदेश पर जिला कलेक्टर और एसडीएम को अवमानना के नोटिस जारी होने के बाद अतिक्रमण को हटाने की कार्रवाई में काफी विवाद हुआ था. वहीं, इस विवाद में जेसीबी चालक फारूक की मौत हो गई थी, साथ ही बंजारा समाज के 10 से अधिक लोग अपने घर से बेदखल हो गए. उधर, मामले को लेकर सांसद हनुमान बेनीवाल और बंजारा समाज के लोगों ने प्रदर्शन भी किया था. हालांकि, राजस्व मंत्री के आश्वासन के बाद धरना प्रदर्शन खत्म कर दिया गया था.