नागौर.जिला मुख्यालय स्थित जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में भर्ती किए कोरोना संक्रमित मरीजों की तादाद ज्यादा हो जाने के बाद नए आने वाले मरीजों को भी वापस लौटाया नहीं जाए इसके लिए जिला कलेक्टर डॉ. जीतेन्द्र कुमार सोनी ने शहर के उस भवन में कोविड अस्पताल बनाने की बात सुझाई जहां पूर्व में राजकीय चिकित्सालय संचालित होता था.
जिला कलेक्टर डॉ. सोनी का ये सुझाव चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को भी पसंद आया. जिसके बाद शुरू हुआ पुराने राजकीय अस्पताल के भवन को कोविड अस्पताल में बदलने का प्रोसेस और इसकी जिम्मेदारी एडिशनल सीएमएचओ डॉ. शीशराम चौधरी और डॉ. मुश्ताक अहमद की टीम को दी गई.
दोनों अधिकारियों की मॉनिटरिंग में महज 3 दिनों में नागौर का पुराना पित्ती अस्पताल कोविड अस्पताल में तब्दील कर दिया गया है. अस्पताल में मरीजों को भर्ती कर उनका उपचार भी शुरु कर दिया गया है. कोविड अस्पताल में भर्ती मरीजों को तमाम चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है जो कि हर बड़े अस्पताल में इन दिनों कोरोना संक्रमित मरीजों को मिल रही हैं.