नागौर. कोटा में बिजली की चार यूनिटों के बन्द होने के बाद डिस्कॉम का फ्यूज उड़ गया. ज्यादा खपत और अपर्याप्त बिजली मिलने से अब अधिकारी कटौतियां कर जैसे-तैसे जुगाड़ कर काम चला रहे हैं. इसमे भी सर्वाधिक छीजत वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर कटौतियां शुरू कर दी गई हैं.
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डिस्कॉम का मानना है कि मांग के अनुरूप सप्लाई ही नहीं है. ऐसे में आपूर्ति को सुचारू बनाए रखना चुनौती हो गया है. विशेषकर मना करने के बाद भी कृषि कनेक्शनों का नियमों के खिलाफ इस्तेमाल और बिजली चोरों के चलते व्यवस्थाएं प्रभावित नहीं होने दी जाएगी. इनके खिलाफ भी लगातार अभियान चलेगा.
अजमेर डिस्कॉम के नागौर वृत्त के अधीक्षण अभियंता आर बी सिंह ने बताया कि नागौर जिलें में खीवसर और मेड़ता ब्लॉक मे सबसे ज्यादा कृषि लोड बढ़ गया है. नागौर जिलें मे 6 लाख 75 हजार उपभोक्तओं को 140-150 लाख यूनिट प्रतिदिन खपत होने पर वर्तमान मे 130-135 यूनिट ही विद्युत आने से नगर परिषद और नगर पालिका के साथ गांवों मे 2-3 घंटे विद्युत कटौती की जा रही है. इस बार बारिश कम होने से कृषि लोड भी बढ गया है.
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नागौर जिले में मेड़ता और डीडवाना में 400 के वी जी एस एस और 6 GSS 220 के वी और 132 KV के 24 GSS के साथ 33 के वी के सब स्टेशन पर जहां 20 प्रतिशत से अधिक लोड होने के कारण 16 घंटे से ज्यादा विद्युत सप्लाई वर्तमान में दे रहे हैं. नागौर जिले में डेढ़ गुना विद्युत डिमांड अचानक बढ़ गई है. इसका साइड इफेक्ट यह है कि नागौर जिलें में बिजली कटौती के हालात बन रहे हैं. गांव-ढांणियों से लेकर कस्बों में अघोषित बिजली कटौती हो रही है. हालांकि, अजमेर डिस्कॉम के अधीन लोड मैनेजमेंट में जुटा है.