नागौर. प्रदेश के तीनों डिस्कॉम की उधारी का ग्राफ वर्ष दर वर्ष ऊपर चढ़ता जा रहा है. अजमेर डिस्कॉम के नागौर सर्किल में इस वर्ष फरवरी तक बिजली बिलों की कुल बकाया राशि 3 अरब 96 करोड़ 17 लाख रुपए पार कर चुकी है. अकेले नगौर जिले में ही बकाया राशि का आंकड़ा तीन अरब 96 करोड़ रुपए से ज्यादा होने पर ऐसे में यह सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि प्रदेश में बिजली आपूर्ति में सुधार करना अजमेर डिस्कॉम के लिए कितना मुश्किल साबित होगा.
डिस्कॉम आर्थिक संकट से जूझ रहा कोरोना वैश्विक महामारी के चलते जिले के उपभोक्ताओं से बकाया वसूली बिजली डिस्कॉम के लिए चुनौती बन गई है. हाल ये है कि उधारी का ग्राफ दिनों दिन बढ़ रहा है. ये ही वजह है कि फरवरी माह तक डिस्कॉम की उधारी 3 अरब 96 करोड़ रुपए तक पहुंच गई है. ऐसे में डिस्कॉम आर्थिक संकट से जूझ रहा है. नागौर के अधीक्षण अभियंता आरबी सिंह ने बताया कि पिछले वर्ष छीजत 32.71 प्रतिशत थी. इस बार 28.24 प्रतिशत तक जा पहुंची है. अब तक 6 करोड़ 25 लाख की वसूली की जा चुकी है, जिले में 13 करोड़ 88 लाख जलदाय विभाग और ग्राम पंचायतों पर 24 करोड़ रुपए बकाया है.
नगर निकायों पर करीब 12 करोड़, नागौर वृत पर 1 करोड़ से ज्यादा रुपए बकाया है. इनमें 12 करोड़ रुपए तो महज नगर पालिकाओं और नगरपरिषद का ही बकाया है. इसके अलावा 41 करोड़ 52 लाख रुपए पीएचईडी, 13 करोड़ 33 लाख जनता जल योजना, 24 करोड़ 70 लाख सरपंचों पर तो सरकारी कार्यालय पर आंकड़ा एक करोड़ तक जा पहुंचा है. 88 लाख रुपए पुलिस, केन्द्रीय कार्यालय पर एक करोड़ 65 लाख बकाया चल रहे हैं. पिछले साल के मुकाबले वसूली फरवरी मार्च माह में अभियंताओं से लेकर लाइनमैन तक को बकाया वसूली का लक्ष्य दिया गया था.
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ऐसे में टीमों में शामिल कर्मचारी सुबह से शाम तक बकाया वसूलने में जुटे हैं, जबकि उपभोक्ताओं 2 अरब 96 करोड़ रुपए बकाया होने से डिस्कॉम ने मार्च नहीं बल्कि जनवरी से ही वसूली शुरू कर दी थी. विभागीय अधिकारी-कर्मचारी वसूली में लगे हुए है. इस संकट से उभरने के लिए भी डिस्कॉम ने प्लान तैयार किया है. अब बिल नहीं भरने वाले उपभोक्ताओं के कनेक्शन तक काट रहे हैं.