नागौर. कोरोना को लेकर देशभर में जारी लॉकडाउन के मध्य नजर नागौर जिले भर में लॉकडाउन की वजह से सभी बड़े उद्योग बंद है, लेकिन अब इनको एक बार फिर से शुरू करने को लेकर शुक्रवार को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नागौर के बड़े उद्यमियों, व्यापारियों के साथ चर्चा की.
बता दें कि सरकार 5 शर्तों के आधार पर मंजूरी देने पर विचार कर रही है. नागौर में अब उद्योग परिसर के भीतर ही रहकर श्रमिक को अपना काम करना होगा और श्रमिकों को काम करने के बाद बाहर जाने की इजाजत नहीं होगी और सोशल डिस्टेंसिंग और नियमित स्वास्थ्य जांच भी जरूरी होगी. इन्हीं शर्तों के साथ उद्यमियों को उद्योग शुरू करने पर विचार सरकार कर रही है.
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उद्यमियों के साथ की वीडियों कॉन्फ्रेसिंग वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नागौर के उद्यमी और स्पाइस बोर्ड के सदस्य भोजराज सारस्वत ने बताया की सरकार के सामने लॉकडाउन के चलते नागौर जिले में जो उद्योग धंधे, फैक्ट्रियां बंद है. इसके चलते उन्हें बहुत बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है. उन्होंने फैक्ट्री के लेबर के पलायन होने की भी जानकारी सरकार के समक्ष रखी. कच्चे माल के लिए परिवहन की सुविधाओं को एक बार फिर से शुरू करने की मांग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए नागौर के बड़े उद्यमियों ने रखी है. उद्यमियों को फैक्ट्री शुरू कराने को लेकर विचार विमर्श किया गया. उद्यमियों ने नेफेड की ओर से दहलन के मूल्य में की गई बढ़ोत्तरी का मामला भी उठाया.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ये आश्वासन दिया कि जल्द ही फैक्ट्री में कच्चे माल के परिवहन को लेकर ट्रक की आवाजाही को लेकर उद्योग विभाग से अनुमति सरकार जारी हो सकती है. आर्थिक मंदी के दौर में नागौर में मेथी उद्योग, जीरा उद्योग,, मूंग के उत्पादन को लेकर भी चर्चा की गई. साथ ही उन्होंने एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री को बढ़ावा देने के लिए सरकार से राहत देने की मांग की है.