नागौर.गुर्जर आरक्षण आंदोलन को लेकर आखिरकार 11वें दिन सरकार और आंदोलनकारियों में सहमति बनी. इस समझौते पर नागौर सांसद और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने एक बयान जारी किया है. इसमें बेनीवाल ने सरकार पर पहले भी गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाते हुए इस बार समझौते को अक्षरसः लागू करने की मांग रखी है.
इस संबंध में बेनीवाल ने गुरुवार को लगातार दो ट्वीट किए. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा है, 'राजस्थान सरकार को समय रहते गुर्जर समाज के साथ सकारात्मक वार्ता कर लेनी चाहिए थी. फिर भी जो समझौता देर रात आंदोलन के संयोजक आदरणीय कर्नल साहब के साथ हुआ, उसे लागू किया जाए और मुकदमों में किसी को नहीं फंसाया जाए.
'दूसरे ट्वीट में सरकार पर पहले भी गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए लिखा, 'सरकारें गुर्जर आंदोलन को लेकर कई बार समझौते करके भी मुकरी हैं, देर रात हुए समझौते को सरकार अक्षरसः लागू करें. राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी गुर्जर समाज के हक और अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी है और खड़ी रहेगी.'
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बता दें कि इससे पहले बुधवार रात रालोपा ने गुर्जर आरक्षण आंदोलन को सक्रिय समर्थन देने की घोषणा की थी. रालोपा के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा था कि उनकी पार्टी सोशल मीडिया पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के समर्थन में अभियान चलाएगी. उन्होंने कल भी पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और वर्तमान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर गुर्जर समाज के साथ वादाखिलाफी करने का आरोप लगाया था. जबकि, रालोपा के प्रदेशाध्यक्ष पुखराज गर्ग ने घोषणा की थी कि रालोपा की ओर से शुक्रवार को हर जिला मुख्यालय पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन के समर्थन में ज्ञापन दिया जाएगा. हालांकि, बुधवार देर रात गुर्जर समाज और सरकार के बीच समझौता हो गया.