नागौर.जिले में सोमवार को नागौर जिला कलेक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में जिला बाल संरक्षण इकाई की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया. बैठक में बाल श्रम पर अंकुश लगाने और इससे जुड़े कानूनों और विभिन्न विभागों की ओर से बाल श्रम के खिलाफ की गई कार्रवाईयों की समीक्षा की गई.
जिला कलेक्टर डॉ. सोनी ने बाल श्रम निवारण से जुड़े अधिकारियों से कहा कि वे जिले में जहां भी बाल श्रम से जुड़े कार्यों में बच्चों को काम में लगाते हैं तो उन पर कड़ी दृष्टि रखी जाए, क्योंकि वे लोग नैतिकता से बच्चों के साथ इस मामले में अन्याय कर रहे हैं. वो लोग अपने तुच्छ स्वार्थ के लिए बच्चों को शिक्षा से न केवल वंचित कर उनको योग्य नागरिक बनाने के हक को समाप्त कर रहे हैं, बल्कि उन बच्चों में अच्छे संस्कार भी पनपाने में रोड़ा अटका रहे हैं. ऐसे व्यापारी और घरेलू काम कराने वाले लोग जो बालकों को बिना किसी दस्तावेज के रखे हुए हैं उन पर कानूनी कार्रवाई भी करें.
डॉ. सोनी ने बैठक के दौरान कहा कि बच्चे चाहे भारत के हो या नेपाल के या अन्य किसी के क्षेत्र के उन्हें बाल श्रम से मुक्ति मिलनी ही चाहिए. ऐसे लोग जो बाल श्रम को बढ़ावा देते हैं और बच्चों को शिक्षा से वंचित रखते हैं उन पर कड़ी कार्रवाई की जाए. इसके लिए जिले में इस प्रकार का अभियान चलाया जाए जहां बालकों से श्रम कराया जा रहा हो, वो नेपाली मूल के बाल श्रमिक ही क्यों ना हो बल्कि भारतीय बच्चों के लिए भी उनके संरक्षण पर विशेष कार्रवाई करने पर बल दिया.